अगरतला. त्रिपुरा का एक रोमांचक और परंपरागत त्योहार खर्ची पूजा(Kharchi Puja 2023) 26 जून से शुरू हुआ। यह 2 जुलाई तक चलेगा। यह त्रिपुरा के 14 देवताओं को याद करने का प्रमुख त्योहार है। इसमें जो अनुष्ठान( rituals) होता है, उसे खर्ची पूजा कहते हैं। यह हर साल जुलाई या अगस्त में अमावस्या के आठवें दिन मनाया जाता है। खर्ची पूजा शाही राजवंश की देवी त्रिपुरा सुंदरी को समर्पित है, जिन्हें खर्ची या खर्चा बाबा के नाम से भी जाना जाता है। यह त्यौहार अंबु बच्ची या अंबु पेची के 15 दिन बाद होता है। त्रिपुरी लोककथाओं के अनुसार अम्बु पेची(Ambu pechi) को देवी मां या धरती मां के मासिक धर्म का प्रतीक कहा जाता है।