इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक घटना राजस्थान के गंगानगर से सामने आई है। जहां दरिंदे ने 38 दिन तक झोपड़ी में एक नाबालिग लड़की का उसकी मां के सामने लगातार 38 दिन तक रेप किया।
गंगानगर. राजस्थान के गंगानगर जिले से बड़ी खबर सामने आई है। पुलिस ने इस मामले में महेंद्र नाम के एक आरोपी की तलाश शुरू कर दी है । उसके खिलाफ गंगानगर जिले के रावला थाने में केस दर्ज कराया गया है । रावला थाना पुलिस ने बताया कि महेंद्र कुमार नाम का एक व्यक्ति उस पर 36 साल की एक महिला और 16 साल की उसकी बेटी से रेप का आरोप है।
उधार लिए रुपए लौटाने के नाम पर मां और बेटी को बुलाया
पुलिस ने बताया कि पीड़िता के पिता ने मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपी महेंद्र ने लड़की और उसकी मां को 16 जून को मिलने बुलाया था। दोनों परिवार गांव में ही एक ही जगह पर खेती करते हैं, इस कारण दोनों की जान पहचान है । कुछ दिन से दोनों परिवार में जान पहचान और ज्यादा गहरी हो गई थी। इस दौरान महिंद्र ने पीड़िता की मां से करीब ₹20000 उधार लिए थे । यह रुपए उधार लेने के बाद जल्द ही लौट आने की बात थी, लेकिन महेंद्र ने तय समय पर पैसे नहीं दिए। 16 जून को महेंद्र ने पीड़िता की मां को फोन किया और कहा कि वह ₹20000 लौट आना चाह रहा है, इसके लिए उसने रावला इलाके में खेत के पास बुलाया ।
जूस पिलाकर मां-बेटी को किया बेहोश...होश आया तो 150 किलोमीटर दूर थे
आरोपी वहां पर अपने परिचित के साथ कार में बैठा हुआ था । कार में उसने मां और बेटी को पीने के लिए जूस दिया। मां और बेटी को जब होश आया तो दोनों 150 किलोमीटर दूर है झोपड़ी में कैद थे। पिछले लगातार 38 दिन तक महेंद्र ने कभी मां तो कभी बेटी के साथ रेप किया। मां के सामने ही बेटी को बर्बाद कर डाला। वह अक्सर दोनों को बांधकर रखता । कहीं ले जाना होता तो उनके साथ जाता और वापस आकर दोनों को वही बांधकर रखता था ।
मां ने जब बेटी की दर्दभरी कहानी सुनाई तो कोहराम मच गया
24 जुलाई को मां और बेटी ने जैसे-तैसे खुद को आजाद कराया और उसके बाद बस में बैठकर सीधे अपने गांव आ गए। इस बीच पुलिस और पीड़िता का पति लगातार दोनों को तलाश कर रहे थे। जब घर आकर महिला ने बेटी के साथ हुए अत्याचार के बारे में परिवार को बताया तो कोहराम मच गया । आखिर अब पुलिस थाने जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है । पुलिस अब महिंद्र की तलाश कर रही है। साथ ही उसका साथ देने वाले विनोद नाम की एक युवक की भी तलाश जारी है।