इसके बाद दूसरे फेज में 35 हजार सीटें बनाने का काम होगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि भले ही सवाई मानसिंह स्टेडियम अंतरराष्ट्रीय मैचों की भी मेजबानी करता हो लेकिन राजधानी में भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ चुकी है कि वहां एक नए स्टेडियम की जरूरत होना शुरू हो चुकी है।