राजस्थान के हनुमानगढ़ स्थित राजकीय विद्यालय के टॉयलेट में सीसीटीवी लगा दिए गए। प्रिंसिपल ने शिकायत के बाद सीसीटीवी हटवाए। प्रिंसिपल ने सीसीटीवी बच्चों पर नजर रखने के लिए लगवाए थे।
हनुमानगढ़। राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। सरकारी स्कूल के एक प्रधानाचार्य ने टॉयलेट तक में सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए हैं। इन कैमरों पर काफी दिनों के बाद बच्चों की नजर गई, हालांकि तब तक काफी कुछ सीसीटीवी में कैद हो चुका था। बाद में मामला उच्च स्तर तक जा पहुंचा और फिर कैमरे हटाए गए हैं। बाल कल्याण समिति ने भी एक्शन लिया है।
हनुमानगढ़ जिले के टाउन इलाके में एक राजकीय विद्यालय में सिक्योरिटी के लिहाज से हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कुछ दिन बाद स्कूल के प्रधानाचार्य को शिकायत मिली कि बच्चे बाथरूम में जाने और आने में ज्यादा समय लगाते हैं। ये बात पता चली तो उन्होनें इस बारे में जांच कराई तो सामने आया कि वाकई बच्चे वॉशरूम में ज्यादा समय लगाते हैं।
पढ़ें हरिद्वार के सरकारी स्कूल में प्रधानाध्यापिका ने छात्रों से साफ कराया टॉयलेट, वीडियो वायरल
वॉशरूम में लगवाए सीसीटीवी कैमरे
फिर क्या था प्रधानाचार्य ने वॉशरूम तक में सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए। इसमें पता चला कि वॉशरूम में कई बच्चे इस लिए समय अधिक लगा देते हैं क्योंकि वह वहां नशा करते थे। ऐसे में उनका भविष्य भी और सेहत दोनों खराब हो रहा है। प्रधानाचार्य ने दावा किया कि बच्चों को सुधारने के लिए टॉयलेट में कैमरे लगवाए थे। कैमरे लगने के बाद बच्चों का नशा करना बंद हो गया।
शिकायत के बाद कैमरे हटाए गए
हांलाकि इससे पहले बच्चों ने परिवार वालों को इसकी जानकार दी तो उन्होंने बाल कल्याण समिति के सामने इसे रखा। उसके बाद ये कैमरे हटा दिए गए। प्रधानाचार्य का कहना है कि उनके खिलाफ एक्शन होता है तो वे इसके लिए भी तैयार हैं। लेकिन बच्चों को नशा एवं अन्य गंदी आदतों से दूर करने के लिए वे आगे भी काम करते रहेंगे। यह मामला जिला शिक्षा अधिकारी तक भी पहुंच चुका है। प्रधानाचार्य ने अपने स्कूल के स्टाफ पर भी लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं।