जयपुर. जिस दिन भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 के नोटों को बंद करने का ऐलान किया था, उसी 19 मई को जयपुर के योजना भवन के इन्फॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट के बेसमेंट से करीब 2.31 करोड़ रुपए नगद और 1 किलो सोना मिलने की खबर आग की तरह फैलती चली गई थी। जांच में सामने आया कि यह पैसा DOIT(सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग) के सस्पेंडेड जॉइंट डायरेक्टर वेद प्रकाश यादव का था। यह 2 प्रतिशत कमीशन से हड़पी गई रकम थी। यादव टेंडरों को पास करने के एवज में ठेकदारों से यह पैसा लेते थे।