राजस्थान में जहां लोग हिरण को आस्था का प्रतीक मानते हैं। वहीं एक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है, जो शिकार करते थे और मांस को होटलों में बेचा करते थे।
राजस्थान में हिरण का शिकार। राजस्थान के बाड़मेर जिले के लीलसर शेरपुर से एक बेहद बड़ी खबर सामने आई है, जहां पुलिस और वन विभाग ने हिरणों के शिकार के मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि 10 जानवरों को मारा गया है। पूछताछ से पता चला कि उन्होंने हिरण को मारा और मांच होटल में बेच दिया। वो उनका धंधा था।
बाड़मेर की Divisional Forest Officer (DFO) सविता दहिया कहती है-"बीते सोमवार को लीलसर गांव के शेरपुर में हिरण मारने की जानकारी मिली थी। घटनास्थल पर 7 लाश दिखी। इसके अलावा कुछ अवशेष भी बरामद किए गए। इसको लेकर गांव वालों विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और आरोपी शिकारियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपी
वन विभाग की टीम ने पुलिस के साथ मिलकर जांच शुरू की। उन्हें कामयाबी हाथ लगी। जांच के दौरान 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया। जिनके नाम इस प्रकार है-"अमराराम, गुड़ामालानी, गुलाबा राम, पुंजाराम, आईदान राम और मांगता धोरीमन्ना
200 से 300 रुपए किलो में बिकते है मांस
DFO सविता दहिया ने बताया-"आरोपी गिरोह हिरणों को शिकार करने के बाद उनकी मांस को स्थानीय होटलों में बेचने का काम करते थे। उन्हें इनके प्रति किलो के हिसाब से 200 से 300 रुपए मिल जाते थे। वे ऐसा इसलिए करते थे, क्योंकि डिमांड काफी ज्यादा है।" हालांकि, आपको बता दें राजस्थान में हिरण लोगों के लिए आस्था का प्रतीक माना जाता है। वहीं मामले में पुलिस उन लोगों से भी पूछताछ कर रही है, जिनका इस गिरोह से संबंध होने का शक है।
होटल मालिकों पर भी कार्रवाई की जाएगी
हिरण का शिकार करने के लिए बदमाशों ने 3-3 गिरोह बना रखे थे, जो पिछले 1 साल से ज्यादा वक्त से काम कर रहे थे। मामले में बाकी आरोपियों की तलाश जारी कर दी गई है। साथ में ये भी पता लगाया जा रहा है कि गैंग किन होटलों में मांस को बेचते है। इस आधार पर होटल मालिकों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
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