कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी दुनिया त्रस्त है। अब तक इस वायरस से तीन करोड़ 38 लाख से भी अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं जबकि 10 लाख 12 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। पहले यह माना जा रहा था कि एक बार जो कोरोना वायरस से संक्रमित हो गया, उसके शरीर में एंटीबॉडी बन जाती है और वह दोबारा संक्रमित नहीं हो सकता, लेकिन हाल के दिनों में ऐसा देखने को मिला है कि लोग दोबारा भी संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में इस बात को लेकर अभी बहस जारी है कि आखिर एंटीबॉडी शरीर में कब तक रहती है। अब सच्चाई चाहे जो हो, लेकिन कोरोना से ठीक होने के बाद लोगों को लापरवाही बिल्कुल भी नहीं बरतनी चाहिए।
कोरोना वायरस के संक्रमण से पूरी दुनिया त्रस्त है। अब तक इस वायरस से तीन करोड़ 38 लाख से भी अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं जबकि 10 लाख 12 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। पहले यह माना जा रहा था कि एक बार जो कोरोना वायरस से संक्रमित हो गया, उसके शरीर में एंटीबॉडी बन जाती है और वह दोबारा संक्रमित नहीं हो सकता, लेकिन हाल के दिनों में ऐसा देखने को मिला है कि लोग दोबारा भी संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में इस बात को लेकर अभी बहस जारी है कि आखिर एंटीबॉडी शरीर में कब तक रहती है। अब सच्चाई चाहे जो हो, लेकिन कोरोना से ठीक होने के बाद लोगों को लापरवाही बिल्कुल भी नहीं बरतनी चाहिए।