भारत कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है। पिछले 6 दिन से हर रोज 3 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं। ऐसे में दुनिया के तमाम देश भारत की मदद के लिए आगे आए हैं। वहीं, अब अमेरिका की 40 बड़ी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) ने कोरोना से जंग में भारत की मदद का ऐलान किया है।
वॉशिंगटन. भारत कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है। पिछले 6 दिन से हर रोज 3 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं। ऐसे में दुनिया के तमाम देश भारत की मदद के लिए आगे आए हैं। वहीं, अब अमेरिका की 40 बड़ी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) ने कोरोना से जंग में भारत की मदद का ऐलान किया है।
ये अमेरिकी कंपनियां ग्लोबल टास्क फोर्स बनाने के लिए साथ आई हैं, ताकि कोरोना के खिलाफ जंग में भारत की मदद के लिए आगे आई हैं।
भारत भेजी जाएंगी 20 हजार ऑक्सीजन मशीनें
डेलोइट के सीईओ पुनीत रंजन ने कहा, यूएस चेंबर्स ऑफ कॉमर्स की यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल और यूएस इंडिया स्ट्रैटजिक एंड पार्टनरशिप फोरम एंड बिजनेस राउंडटेबल की सामूहिक पहल पर टास्क फोर्स ने सोमवार को मीटिंग में 20 हजार ऑक्सीजन मशीनें भारत भेजने की प्रतिबद्धता जताई है।
टास्क फोर्स भारत को मेडिकल उपकरण, वैक्सीन, ऑक्सीजन और अन्य जीवनरक्षक सहायता मुहैया कराएगा। बताया जा रहा है कि यह किसी भी देश में महामारी से निपटने के लिए बना पहला ग्लोबल टास्क फोर्स है। इसे अमेरिका के विदेश मंत्री टोनी ब्लिकन ने संबोधित किया।
संकट को दूर करने के लिए भारत-अमेरिका क्षमताओं का उठा सकते हैं लाभ
टोनी ब्लिकन ने ट्वीट कर बताया कि यह बैठक दिखाती है कि कैसे भारत में कोरोना महामारी से निपटने के लिए भारत और अमेरिका अपनी विशेषताओं और क्षमताओं का लाभ उठा सकता है।
वहीं, रजन ने कहा कि अमेरिका की कई कंपनियां वीकेंड पर साथ आईं। हम हर संभव मदद पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हमारी प्राथमिकता अगले कुछ हफ्तों में भारत में 20 हजार ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स भेजेंगे।
इस हफ्ते पहुंचेंगी 1000 मशीनें
रंजन ने बताया कि इस हफ्ते 1000 मशीनें भारत पहुंचेंगी। वहीं, 5 मई तक अन्य 11000 मशीनें पहुंचेंगी। उन्होंने कहा, इसके बाद 10 लीटर और 45 लीटर ऑक्सीजन सिलेंडर भेजने पर मुख्य फोकस है।