कोरोना से जूझ रहा भारतः ब्रिटेन, अमेरिका से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक ये देश मदद के लिए आए आगे

भारत कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है। पिछले तीन दिन से हर रोज 3 लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इतना ही नहीं देश के तमाम हिस्सों से ऑक्सीजन , बेड, वेंटिलेटर्स और दवाओं की कमी की खबरें सामने आ रही हैं। ऐसे में फ्रांस, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसे देशों ने मदद की पेशकश की है। इतना ही नहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कोरोना के खिलाफ भारत के लिए एकजुटता व्यक्त की है। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 24, 2021 10:38 AM IST / Updated: Apr 24 2021, 04:24 PM IST

नई दिल्ली. भारत कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहा है। पिछले तीन दिन से हर रोज 3 लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इतना ही नहीं देश के तमाम हिस्सों से ऑक्सीजन , बेड, वेंटिलेटर्स और दवाओं की कमी की खबरें सामने आ रही हैं। ऐसे में फ्रांस, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसे देशों ने मदद की पेशकश की है। इतना ही नहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कोरोना के खिलाफ भारत के लिए एकजुटता व्यक्त की है। 

किस देश ने क्या कहा?

ब्रिटेन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि वे देख रहे हैं कि भारत की मदद कैसे की जा सकती है। जॉनसन ने कहा कि कोरोना महामारी की नया चरण बहुत घातक है। इसका हेल्थ सर्विसेज पर भी असर पड़ा है। इससे पहले कोरोना को देखते हुए बोरिस जॉनसन ने अपना भारत दौरा रद्द कर दिया था।

फ्रांस : कोरोना के खिलाफ जंग में फ्रांस ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा, कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहे भारत के लोगों को मैं एकजुटता का संदेश देना चाहता हूं। संघर्ष की इस घड़ी में फ्रांस आपके साथ खड़ा है। इस महामारी ने किसी को नहीं छोड़ा है। हम आपकी मदद करने के लिए तैयार हैं।

अमेरिका: व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अमेरिका वैश्विक महामारी से जूझ रहे भारत के लोगों के प्रति गहरी सहानुभूति रखता है और संकट से निपटने में मदद करने के तरीके पहचानने के लिए राजनीतिक एवं विशेषज्ञों के स्तर पर भारतीय अधिकारियों के साथ निकटता से मिलकर काम कर रहा है। इतना ही नहीं राष्ट्रपति जो बाइडन के महामारी संबंधी सलाहकार डॉ. एंथनी फाउसी ने कहा, अमेरिका महामारी से निपटने में भारत की मदद करने की कोशिश कर रहा है और अमेरिका का रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र तकनीकी सहयोग मुहैया कराने के लिए भारत में अपनी समकक्ष एजेंसी के साथ काम कर रहा है।

ऑस्ट्रेलिया: ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन ने कहा, ऑस्ट्रेलिया भारत में हमारे दोस्तों के साथ खड़ा है क्योंकि यह एक कठिन दूसरी कोरोना लहर का प्रबंधन करता है। हम जानते हैं कि भारतीय राष्ट्र कितना मजबूत और लचीला है। पीएम नरेंद्र मोदी और मैं इस वैश्विक चुनौती पर साझेदारी में काम करते रहेंगे। 

भारत की मदद करने की कर रहे कोशिश
इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन के महामारी संबंधी शीर्ष चिकित्सकीय सलाहकार डॉ. एंथनी फाउसी ने कहा कि अमेरिका महामारी से निपटने में भारत की मदद करने की कोशिश कर रहा है और अमेरिका का रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र तकनीकी सहयोग मुहैया कराने के लिए भारत में अपनी समकक्ष एजेंसी के साथ काम कर रहा है।

पाकिस्तान : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट कर कहा, मैं कोरोना से लड़ रहे भारत के सभी लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करना चाहता हूं। हमारे पड़ोस और दुनियाभर में महामारी से पीड़ित सभी लोगों के जल्द ठीक होने की दुआ करता हूं। हमें मानवता के साथ मिलकर इस वैश्विक चुनौती से लड़ना चाहिए।

इससे पहले पाकिस्तान के ईधी वेलफेयर ट्रस्ट ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर 50 एंबुलेंस और स्वास्थकर्मियों को भारत भेजने की पेशकश की है।

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