अमेरिका, जापान और फ्रांस के ये अंतरिक्ष यात्री शनिवार सुबह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र पहुंच जाएंगे। ये उसी ड्रैगन यान में 23 घंटे तक सफर करेंगे जिसका इस्तेमाल स्पेसएक्स ने पहले मानवयुक्त यान के तौर पर पिछली मई में किया था।
इंटरनेशल डेस्क. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने आज इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से स्पेसएक्स (SpaceX ) क्रू ड्रैगन की दूसरी उड़ान को लांच किया। क्रू-2 को फ्लोरिडा स्थित केनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया। भारतीय समय के अनुसार, शुक्रवार दोपहर 3.19 बजे चार अंतरिक्ष यात्रियों (astronaut) के साथ इसे लॉन्च किया गया। इस यान में अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) पर चार अंतरिक्ष यात्रियों को बेजा गया है। स्पेसएक्स अमेरिका के बिजनेसमैन एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी है।
चार अंतरिक्ष यात्री
मिशन क्रू -2, में सवार अंतरिक्ष यात्रियों में दो अमेरिकी, एक जापानी और एक फ्रांसीसी है। क्रू ड्रैगन कैप्सूल भी वही होगा जो टेस्ट मिशन में इस्तेमाल किया गया था। क्रू-2 में शामिल चारों एस्ट्रोनॉट के नाम मेगन मैकआर्थर, थॉमस पेस्के, आकिहिको होशिदे और शेन किम्ब्रो हैं।
करेंगे कई परीक्षण
क्रू-2 के चारों सदस्य कुछ दिनों तक क्रू-1 के सदस्यों के साथ समय बिताएंगे। जिसके बाद पहली टीम अपनी छह महीनों के मिशन के बाद वापस आ जाएगी। इस समय आईएसएस पर तीन रूसी अंतरिक्ष यात्री भी हैं और इस दौरान 11 लोगों के साथ स्टेशन पर रहेंगे। मिशन के दौरान क्रू-2 के सदस्य कई वैज्ञानिक परीक्षण करेंगे।
तीसरी बार भेजा
एलन मस्क की कंपनी ने एक साल के भीतर तीसरी बार मानवयुक्त अंतरिक्षयान को अंतरिक्ष में भेजा है। यह पहली बार है जब स्पेसएक्स ने नासा के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने के लिए किसी यान और रॉकेट का फिर से प्रयोग किया है।
मई में हुआ था पहला मिशन
पहला मिशन मई 2020 में सम्पन्न हुआ था। पिछले हफ्ते नासा और स्पेसएक्स की टीमों के बीच उड़ान की तैयारी की समीक्षा के लिए मुलाकात हुई थी।
नासा के साथ करार
स्पेसएक्स के मालिक और टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एलन मस्क ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के साथ मून मिशन के लिए 2.89 अरब डॉलर का करार किया है। एलन मस्क चाहते हैं कि मंगल ग्रह पर शहर बस सके।