प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र संघ की जनरल असेंबली को संबोधित किया। पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र की आम सभा को संबोधित करते हुए बिना पाकिस्तान का नाम लिए आतंकवाद पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भारत की आवाज मानवता, मानव जाति और मानवीय मूल्यों के दुश्मन, आतंकवाद, अवैध हथियारों की तस्करी, ड्रग्स, मनी लॉन्डरिंग के खिलाफ हमेशा उठती रहेगी। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को आखिर कब तक संयुक्त राष्ट्र के डिसिजन मेकिंग स्ट्रक्चर से अलग रखा जाएगा। भारत के लोग संयुक्त राष्ट्र के सुधारों को लेकर जो धीमी प्रक्रिया चल रही है, उसके पूरा होने का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र संघ की जनरल असेंबली को संबोधित किया। पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र की आम सभा को संबोधित करते हुए बिना पाकिस्तान का नाम लिए आतंकवाद पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भारत की आवाज मानवता, मानव जाति और मानवीय मूल्यों के दुश्मन, आतंकवाद, अवैध हथियारों की तस्करी, ड्रग्स, मनी लॉन्डरिंग के खिलाफ हमेशा उठती रहेगी। भारत के दुश्मनों को नसीहत देते हुए पीएम ने कहा, भारत जब किसी से दोस्ती का हाथ बढ़ाता है, तो वो किसी तीसरे देश के खिलाफ नहीं होती। हम अपनी विकास यात्रा से मिले अनुभव साझा करने में कभी पीछे नहीं रहते। भारत ने हमेशा पूरी मानव जाति के हित के बारे में सोचा है ना सिर्फ अपने निहित स्वार्थों के बारे में। भारत की नीतियां हमेशा से इसी दर्शन से प्रेरित रही हैं।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते संक्रमण के कारण शनिवार को संयुक्त राष्ट्र की महासभा वर्चुअल तरीके से आयोजित की गई। इस दौरान पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में स्थायी सीट का मुद्दा भी उठाया। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को आखिर कब तक संयुक्त राष्ट्र के डिसिजन मेकिंग स्ट्रक्चर से अलग रखा जाएगा। भारत के लोग संयुक्त राष्ट्र के सुधारों को लेकर जो धीमी प्रक्रिया चल रही है, उसके पूरा होने का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। भारत के लोग चिंतित हैं कि क्या ये प्रक्रिया तार्किक अंत तक पहुंच भी पाएगी या नहीं। उन्होंने यूएन से मांग की कि भारत को अब जल्द संयुक्त राष्ट्र का स्थायी सदस्य बना दिया जाए।