किसी लड़की की शादी कैसे लड़के से होगी, इस सवाल का जवाब ज्योतिष से मिल सकता है।
23 जून, मंगलवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि है। मंगलवार को पहले पुनर्वसु नक्षत्र होने से स्थिर और उसके बाद पुष्य नक्षत्र होने से प्रवर्ध नाम के 2 शुभ योग बन रहे हैं।
इस बार 23 जून, मंगलवार को मंगल पुष्य का शुभ योग बन रहा है। मंगलवार को पुष्य नक्षत्र का प्रारंभ दोपहर 1.53 से होगा, जो अगले दिन 24 जून, बुधवार की दोपहर 1.33 तक रहेगा।
22 जून, सोमवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। इस दिन पहले आर्द्रा नक्षत्र होने से कालदण्ड और उसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र होने से धूम्र नाम के 2 अशुभ योग बन रहे हैं।
15 जून, सोमवार को सूर्य राशि बदलकर मिथुन में आ गया है। सूर्य के मिथुन राशि में आने से 2 अशुभ योग बन रहे हैं। इस राशि में ही 21 जून को सूर्यग्रहण होने वाला है।
इस बार 21 जून, रविवार को आंशिक सूर्यग्रहण का योग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहण का मानव जीवन पर भी शुभ-अशुभ प्रभाव होता है।
21 जून, रविवार को आषाढ़ मास की अमावस्या है। इस दिन सूर्यग्रहण का योग बन रहा है। इस दिन पहले मृगशिरा नक्षत्र होने से सौम्य नाम का शुभ योग और उसके बाद आर्द्रा नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग बन रहा है।
हर साल जून महीने के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाया जाता है। इस साल 21 जून को फादर्स डे है। इसे सबसे पहली बार अनिधिकृत रूप से 1907 में मनाया गया था। जबकि आधिकारिक रूप से इसे पहली बार 1910 में मनाया गया था। इसे मनाने का मुख्य उद्देश्य पिता के कर्तव्यों के निर्वहन के लिए उनक प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करना है। इस साल के अधिकांश इम्पोर्टेन्ट इवेंट्स की तरह फादर्स डेभी कोरोनो वायरस के कारण बाहर सेलिब्रेट नहीं किया जा सकेगा। इस वीडियो में हम आपको बता रहे हैं कि अगर पिता और पुत्र के बीच रिश्ते सही नहीं हैं तो कैसे ठीक किया जा सकता है।
रविवार, 21 जून को सूर्य ग्रहण और रविवार, 5 जुलाई को मांद्य चंद्र ग्रहण होगा। इससे पहले 5 जून को भी मांद्य चंद्र ग्रहण हुआ था। ऐसे ही ग्रहण 58 साल पहले भी हुए थे।
इस बार 18 से 25 जून के बीच ग्रहों की दुर्लभ स्थिति बन रही है, क्योंकि इस दौरान एक साथ 6 ग्रह वक्री रहेंगे।