18 अगस्त, शुक्रवार को मंगल सिंह से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश करेगा। शुक्रवार को पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे सिद्धि नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन शिव और सिद्ध नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे।
18 अगस्त शुक्रवार को पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र पूरे दिन रहेगा, जिससे सिद्धि नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन शिव और सिद्ध नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। शुक्रवार को मंगल सिंह राशि से निकलकर कन्या में प्रवेश करेगा।
हाल ही में एक उच्च गुणवत्ता वाली भारतीय वेबसाइट इंडियन स्टोरीज ने एक विश्वसनीय सर्वेक्षण का आयोजन किया। भारतीय ज्योतिषियों की विश्वसनीयता पर सर्वेक्षण के परिणाम में पं. उमेश चंद्र पंत भारतीय ज्योतिषियों में शीर्ष स्थान पर रहे।
Surya Gochar 2023: 17 अगस्त को सूर्य कर्क से निकलकर सिंह राशि में आ चुका है। इस राशि में सूर्य अगले 30 दिन तक रहेगा। सूर्य के इस राशि परिवर्तन का असर सभी राशि के लोगों पर शुभ-अशुभ रूप में देखने को मिलेगा।
समरी- 17 अगस्त, गुरुवार को पहले मघा नक्षत्र होने से मूसल और इसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से गद नाम के योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन परिघ और शिव नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:06 से 03:42 तक रहेगा।
17 अगस्त, गुरुवार को पहले मघा नक्षत्र होने से मूसल और इसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से गद नाम के योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन परिघ और शिव नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 02:06 से 03:42 तक रहेगा।
16 अगस्त, बुधवार को पहले आश्लेषा नक्षत्र होने से राक्षस और इसके बाद मघा नक्षत्र होने से चर नाम का योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन वरियान और परिघ नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:31 से 02:07 तक रहेगा।
16 अगस्त बुधवार को पहले आश्लेषा नक्षत्र होने से राक्षस और इसके बाद मघा नक्षत्र होने से चर नाम का योग बनेगा। इनके अलावा इस दिन वरियान और परिघ नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:31 से 02:07 तक रहेगा।
15 अगस्त, मंगलवार को पहले पुष्य नक्षत्र होने से वर्धमान और इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से आनंद नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, व्यातिपात और वरियान नाम के 3 अन्य योग भी रहेंगे।
15 अगस्त मंगलवार को सावन अधिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी और अमावस्या का संयोग बन रहा है। इस दिन पुष्य नक्षत्र होने से वर्धमान और इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से आनंद नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। राहुकाल दोपहर 03:43 से शाम 05:19 तक रहेगा।