Chandra Grahan 2022: इस बार दीपावली पर सूर्य ग्रहण और देव दीपावली पर चंद्र ग्रहण का संयोग बना है। ज्योतिषियों के अनुसार, इसके पहले ऐसा संयोग साल 2012 और 1994 में भी बना था। और अब भविष्य में ऐसा संयोग 2040 में भी बनेगा।
Aaj Ka Panchang: 7 नवंबर, सोमवार को अश्विनी नक्षत्र होने से राक्षस नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा सिद्धि और व्यातीपात नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 08:02 से 09:24 तक रहेगा।
Chandra Grahan 2022: इस बार साल 2022 का अंतिम चंद्र ग्रहण 8 नवंबर, मंगलवार को होने जा रहा है। इस दिन कार्तिक पूर्णिमा तिथि है। इसके पहले जो चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई दिया था वह भी पिछले साल इसी तिथि पर हुआ था यानी कार्तिक पूर्णिमा पर।
Chandra Grahan 2022: 8 नवंबर, मंगलवार को साल का अंतिम चंद्र ग्रहण होने जा रहा है। ये ग्रहण कार्तिक पूर्णिमा पर होगा, इसलिए इस दिन किए जाने वाले पूजन आदि सभी कार्य शाम को ग्रहण समाप्त होने के बाद किए जा सकेंगे।
Chandra Grahan 2022 Rashifal: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सौर मंडल में ग्रहों के बीच होने वाली हर घटना का असर हमारे जीवन पर जरूर दिखाई देता है। चंद्र ग्रहण भी एक ऐसी ही घटना है। इस बार 8 नवंबर को साल 2022 का अंतिम चंद्र ग्रहण होने जा रहा है।
Kartik Purnima 2022: इस बार कार्तिक पूर्णिमा को लेकर लोगों के मन में संशय बना हुआ कि ये तिथि कब है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार 7 व 8 नवंबर दोनों दिन कार्तिक पूर्णिमा का संयोग बन रहा है। 8 नवंबर को चंद्र ग्रहण के कारण अधिकांश लोग 7 नवंबर को ही ये पर्व मनाएंगे।
Chandra Grahan 2022: चंद्र ग्रहण एक सामान्य घटना है, लेकिन भारत में इसे धर्म और ज्योतिष से जोड़कर देखा जाता है। इस बार साल का अंतिम चंद्र ग्रहण 8 नवंबर, मंगलवार को होने जा रहा है। इसका सूतक काल 9 घंटे पहले से शुरू हो जाएगा।
साल 2022 के ग्यारहवें महीने यानी नवंबर की शुरूआत हो चुकी है। इसका दूसरा सप्ताह से 13 नवंबर तक रहेगा। इस सप्ताह में कई व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे। साथ ही साल 2022 का अंतिम चंद्र ग्रहण भी इसी सप्ताह में होगा।
Lunar Eclipse 2022 November 8 in India: साल 2022 का अंतिम पूर्ण सूर्य ग्रहण 8 नवंबर, मंगलवार को होने जा रहा है। इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी के सामने से होता हुआ गुजरेगा। पृथ्वी की छाया से चंद्रमा लाल रंग का दिखाई देगा, इसे ही ब्लड मून कहा जाता है।
Vivah Muhurat 2023: हर साल देवउठनी एकादशी से मांगलिक कार्यों की शुरूआत हो जाती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। इसका कारण शुक्र ग्रह है जो कि अभी अस्त है। हालांकि अबुझ मुहूर्त के चलते देवउठनी एकादशी पर विवाह किया जा सकता है।