December 2022 Festival Calendar: साल 2022 का अंतिम महीना दिसंबर जल्दी ही शुरू होने वाला है। इस महीने में कई प्रमुख व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे। इसलिए धार्मिक दृष्टिकोण से ये महीना बहुत ही खास रहेगा। इस महीने में अगहन और पौष महीने का योग बनेगा।
Aaj Ka Panchang: 24 नवंबर, गुरुवार को अनुराधा नक्षत्र होने से आनंद नाम का शुभ योग बनेगा। इसके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, अतिगण्ड और सुकर्मा नाम के 3 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। इस दिन राहुकाल दोपहर 01:34 से 02:54 तक रहेगा।
Eclipse 2023: साल 2022 खत्म होने में कुछ ही दिन शेष बचे हैं और साल 2023 आने वाला है। हर कोई नए साल में होने वाली खगोलीय और ज्योतिषियों घटनाओं के बारे में जानना चाहता है। खास तौर पर चंद्र व सूर्य ग्रहण के बारे में।
Shani Rashifal 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि बाहरवें स्थान पर हो तो ढाई वर्ष तक उसकी दृष्टि कहलाती है। स्वयं की राशि में होने पर ये भोग कहलाती है। शनि आपकी राशि से दूसरे स्थान पर हो तो ढाई वर्ष तक शनि की लात कहलाती है।
Shani Rashifal 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, किसी भी व्यक्ति की राशि से शनि जब बारहवें या उसकी स्वयं की राशि में या राशि से दूसरे स्थान पर हो तो इसे शनि की साढ़ेसाती कहते हैं। इस दौरान व्यक्ति को अपने परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
Shani Rashifal 2023: ज्योतिष में शनि का न्याय का देवता कहते हैं। उसके अनुसार, व्यक्ति जो भी बुरे कर्म अपने जीवन में करता है, उसका फल उसे शनि की महादशा, अंतरदशा, प्रत्यंतर दशा, शनि की साढ़ेसाती और ढय्या के दौरान मिल जाता है।
Shani Rashifal 2023: ज्योतिषियों के अनुसार, किसी भी व्यक्ति की जन्म कुण्डली में चंद्रमा जिस राशि में जिस डिग्री पर बैठा है उससे 45 डिग्री पहले जब गोचर का शनि आता है तो साढ़ेसाती शुरू होती है। ये पूरे साढ़े सात साल तक चलती है।
Shani Rashifal 2023: लोह धातु यानी लोहे पर भी शनिदेव का प्रभाव माना गया है। इसलिए शनिदेव की पूजा में हमेशा लोहे के बर्तनों का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसा करना शुभ माना गया है और इससे शनिदेव भी प्रसन्न होते हैं।
Shani Rashifal 2023: शनिदेव की पूजा में अक्सर काली और नीली चीजों का ही उपयोग किया जाता है जैसे काले तिल, काली उड़द, नीले फूल आदि। धर्म ग्रंथों में शनिदेव का रंग भी नीला बताया गया है। इसलिए उन्हें इस तरह की चीजें चढ़ाने की परंपरा है।
Shani Rashifal 2023:धर्म ग्रंथों में शनिदेव को कर्म फल दाता कहा गया है यानी हर व्यक्ति को उसके कर्म के अनुसार, शनिदेव ही फल प्रदान करते हैं। जब किसी व्यक्ति पर शनि की ढय्या और साढ़ेसाती का प्रभाव होता है, उसे अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।