शुक्रवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से वज्र और उसके बाद भरणी नक्षत्र होने से मुग्दर नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इस दिन सर्वार्थसिद्धि नाम का शुभ योग भी रहेगा।
हस्तरेखा शास्त्र भी ज्योतिष का ही एक अंग है। भारत में इस कला का विकास हुआ है। जिस तरह समुद्र शास्त्र में व्यक्ति के शरीर के अंगों को देखकर उसके भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, ठीक उसी तरह हथेली की रेखाएं देखकर भी किसी भी व्यक्ति के बारे में काफी कुछ पता किया जा सकता है।
कहते हैं हमारे हाथों में ही हमारी किस्मत बंद होती है और ये सभी भी है क्योंकि हथेली की रेखाओं को देखकर किसी भी व्यक्ति के भूत, भविष्य और वर्तमान के बारे में काफी कुछ जा सकता है।
हिंदू धर्म में एक साल में 4 नवरात्रि पर्व मनाए जाते हैं। इनमें से 2 गुप्त और 2 प्रकट नवरात्रि होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, साल की पहली गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri 2022) आषाढ़ मास (ashadh month) में मनाई जाती है।
आज (23 जून, बुधवार) आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है। इस दिन सूर्योदय उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में होगा, जो सुबह 9.54 तक रहेगा। इसके बाद रेवती नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को भौतिक सुख, भोग विलास, समृद्धि, प्रेम और सौंदर्य का प्रतिनिधि ग्रह माना गया है। ये ग्रह 18 जून, शनिवार से राशि बदलकर मेष से वृषभ राशि में आ चुका है।
ये जून का चौथा (20 से 26 जून) सप्ताह है। इस सप्ताह में हर राशि के लोगों की लव लाइफ में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे। शुक्र का राशि परिवर्तन सभी लोगों की लव लाइफ पर व्यापक असर डालेगा।
जून 2022 का चौथा सप्ताह 20 से 26 तक रहेगा। इस दौरान कई बड़े व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे। इस सप्ताह आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की योगिनी एकादशी का व्रत 24 जून, शुक्रवार को किया जाएगा।
ज्योतिष शास्त्र (Astrology) के अनुसार, हर राशि की अपनी विशेषता होती है। कुछ राशि वालों का रिलेशनशिप लंबा चलता है तो कुछ का बहुत जल्दी ब्रेकअप (love breakup) हो जाता है। हालांकि इसके कई कारण हो सकते हैं।
आज (17 जून, शुक्रवार) आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष का तृतीया तिथि सुबह 06.11 तक रहेगी, इसके बाद चतुर्थी तिथि आरंभ हो जाएगी। इस दिन सूर्योदय उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में होगा, जो दोपहर 02.18 तक रहेगा। इसके बाद श्रवण नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।