13 फरवरी, रविवार को सूर्य मकर से कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। सूर्य के राशि बदलने को ही ज्योतिष में संक्रांति कहा जाता है। हर महीने सूर्य के राशि बदलने से साल में 12 संक्रांतियां होती हैं। उनमें सभी का अलग महत्व होता है।
14 फरवरी यानी वैलेंटाइंस डे (Valentine's Day 2022) हर प्रेमी जोड़े और पति-पत्नी के लिए बहुत ही खास दिन होता है। इस दिन प्यार करने जोड़े एक दूसरे को उपहार देकर अपने प्रेम का इजहार करते हैं। पति-पत्नी भी इस दिन को खास तरीके से सेलिब्रेट करते हैं।
हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार प्रत्येक महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। इस बार 14 फरवरी, सोमवार को माघ मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। ये तिथि सोमवार को होने से ये सोम प्रदोष (Som Pradosh 2022) कहलाएगा।
हिंदू धर्म के अनुसार प्रत्येक महीने के दोनों पक्षों की ग्यारहवीं तिथि को एकादशी व्रत किया जाता है। इस व्रत का विशेष महत्व माना गया है। इसी क्रम में माघ महीने के शुक्ल पक्ष की ग्यारहवीं तिथि को जया एकादशी (Jaya Ekadashi 2022) व्रत किया जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनिदेव सभी ग्रहों में सबसे मंद गति से चलने वाले ग्रह हैं। शनिदेव को एक राशि से दूसरी राशि में जाने के लिए करीब ढाई वर्षों का समय लगता है। इस साल 29 अप्रैल को शनि राशि परिवर्तन करेंगे।
7 फरवरी, सोमवार को माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। सूर्योदय अश्विनी नक्षत्र में होगा, जो सुबह 9.59 तक रहेगा। इसके बाद भरणी नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। सोमवार को पहले अश्विनी नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग और बाद में भरणी नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है।
ज्योतिषियों के अनुसार, इस समय मकर राशि में सूर्य और शनि की युति बन रही है, जो युति 13 फरवरी, तक रहेगी। ज्योतिषीय ग्रंथों और विद्वानों के मुताबिक ये दोनों ग्रह आपस में दुश्मन है। साथ ही मकर शनि की राशि है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर महीने कई ग्रहों का राशि परिवर्तन, अस्त, उदय, वक्री, मार्गी, दशा, महादशा और ग्रहों की युति होती है। ग्रहों की चाल में बदलाव का असर सभी राशि के लोगों पर व्यापक रूप से पड़ता है।
धर्म ग्रंथों में ऐसी अनेक तिथियां बताई गई हैं जिन पर सूर्यदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। ऐसी ही एक तिथि है माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी। इसे रथ सप्तमी (Rath Saptami 2022), आरोग्या सप्तमी (Arogya Saptami 2022) और अचला सप्तमी (Achala Saptami 2022) के नाम से जाना जाता है।
आज (5 फरवरी, शनिवार) माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। इस दिन देवी सरस्वती का प्राकट्य दिवस वसंत पंचमी (Vasant Panchami 2022) के रूप में मनाया जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार देवी सरस्वती ज्ञान और संगीत की देवी है।