वैदिक ज्योतिष में सूर्यदेव का विशेष महत्व है। मान्यता है की सूर्य की उपासना करने से रोगों से मुक्ति मिलती है। वैदिक ज्योतिष में सूर्य को नवग्रहों का राजा कहा गया है।
केतु ग्रह ज्येष्ठा नक्षत्र से निकलकर अनुराधा में आ गया है, जो कि शनि का नक्षत्र है। केतु इसमें अगले 8 महीने तक रहेगा। केतु की चाल में बदलाव का असर देश-दुनिया के साथ ही 12 राशियों पर भी पड़ेगा।
उज्जैन. 29 जून, मंगलवार को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि है। इस दिन शतभिषा नक्षत्र दिन भर रहेगा। मंगलवार को शतभिषा नक्षत्र होने से मृत्यु नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इस अशुभ योग का असर सभी राशियों पर देखने को मिलेगा। आगे जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन…
वर्तमान समय में लोग पैसे कमाने की दौड़ में इतने खो चुके हैं कि उनके पास परिवार और रिश्तों के लिए भी समय नहीं बचता है। इसके बावजूद आज के समय में भी कुछ लोग धन से ज्यादा रिश्तों को महत्व देते हैं तो कुछ धन को ही रिश्तों का आधार मानते हैं।
जो भी लोग किराए के मकान में रहते हैं उनका सपना जरूर होता है कि उनका भी एक छोटा सा ही सही मगर अपना एक घर हो। जन्म कुंडली देखकर ये आसानी से जाना जा सकता है कि किस व्यक्ति की किस्मत में स्वयं का मकान है और किसकी नहीं। साथ ही ये भी जान सकते हैं कि किस व्यक्ति का अपने मकान का सपना कब पूरा होगा।
समुद्र शास्त्र में हथेली पर बनी हुई लकीरों और अलग-अलग तरह के निशानों से व्यक्ति के भाग्य, सेहत, जीवन, पारिवारिक स्थित और स्वभाव के बारे में काफी जानकारियां प्राप्त होती हैं।
ग्रहों को अनुकूल बनाने और लाभ प्राप्त करने के लिए ज्योतिष में कई रत्नों के बारे में बताया गया है। इन्हें धारण करने से परेशानियों से छुटकारा तो मिलता ही है साथ ही कई सकारात्मक परिवर्तन भी आते हैं।
27 जून, रविवार से बुध ग्रह वृषभ राशि उदय हो गया है। इसके पहले ये ग्रह अस्त था। 23 जून से बुध मार्गी भी हुआ है यानी सीधी चाल से चलने लगा है।
उज्जैन. 28 जून, सोमवार को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र दिन भर रहेगा। सोमवार को धनिष्ठा नक्षत्र होने से शुभ नाम का योग बन रहा है। इस दिन शाम को चंद्रमा राशि बदलकर मकर से कुंभ में प्रवेश करेगा। इस राशि में गुरु भी वक्री स्थिति में है। इन दोनों ग्रहों के एक ही राशि में होने से सभी लोगों पर इसका प्रभाव देखने को मिलेगा। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन…
उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र कहता है कि विवाहित जोड़े के बीच आपसी सामजंस्य होने के लिए जहां प्रेम व समझदारी का होना आवश्यक होता है तो वहीं कई बार राशियां भी इसके लिए जिम्मेदार होती है। कुछ राशि के लोगों का बात-बात पर झगड़ा होता है तो कुछ राशि के लोगों की आपस में बहुत बनती है। ज्योतिष में ऐसी ही राशि के लोगों के बारे में बताया गया है जिनकी आपस में खूब बनती है और ये एक-दूसरे के लिए अच्छे जीवनसाथी साबित होते हैं। आगे जानिए कौन-सी हैं वे राशियां…