उज्जैन. 21 जून, सोमवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। इस दिन सूर्योदय स्वाती नक्षत्र में होगा, जो दोपहर 2 बजे तक रहेगा। इसके बाद विशाखा नक्षत्र दिन भर रहेगा। सोमवार को पहले स्वाती नक्षत्र होने से छत्र और बाद में विशाखा नक्षत्र होने से मित्र नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन…
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों की स्थिति लगातार बदलती रहती है। ग्रहों के राशि परिवर्तन के अलावा ग्रह वक्री और मार्गी भी होते रहते हैं। वक्री का मतलब उल्टी चाल और मार्गी का अर्थ सीधी चाल चलना होता है। जब भी कोई ग्रह वक्री होता है तो लोगों पर इसका अच्छा और बुरा दोनों तरह का प्रभाव देखने को मिलता है।
उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसी राशियों के बारे में बताया गया है जिनके लोगों की आपस में बिलकुल नहीं बनती। प्रत्येक राशि का एक स्वामी ग्रह होता है इन ग्रहों का मैत्री भाव न होने पर लोगों की आपस में नहीं बनती है। शत्रु भाव रखने वाले ग्रहों के कारण लोगों के एक दूसरे से विचार मेल नहीं खाते हैं और ये लोग कई बार इसी कारण झगड़ बैठते हैं। आगे जानिए कौन-सी हैं वो राशियां जिनकी आपस में नहीं बनती है…
उज्जैन. 20 जून, रविवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है। इस दिन सूर्योदय चित्रा नक्षत्र में होगा, जो दोपहर 3.35 तक रहेगा। इसके बाद स्वाती नक्षत्र प्रारंभ हो जाएगा। रविवार को पहले चित्रा नक्षत्र होने से पद्म नाम का शुभ योग और उसके बाद स्वाती नक्षत्र होने से लुंबक नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। शनिवार की रात को चंद्रमा राशि बदलकर कन्या से तुला में आ चुका है। रविवार को इसका प्रभाव सभी राशियों पर देखने को मिलेगा। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन…
उज्जैन. गुरु ग्रह 20 जून, रविवार से वक्री हो रहा है। यह ग्रह 20 जून की रात 8.34 बजे कुंभ राशि में वक्री होगा। फिर उल्टी गति करते हुए 14 सितंबर को पिछली राशि मकर में प्रवेश करेगा और 18 अक्टूबर की सुबह 11.02 बजे मकर में ही मार्गी हो जाएगा। इस प्रकार बृहस्पति कुल 120 दिन वक्री अवस्था में रहेगा। गुरु के वक्री होने का सभी राशियों पर शुभ-अशुभ प्रभाव देखने को मिलेगा। आगे जानिए आपके लिए कैसा रहेगा गुरु का ये परिवर्तन…
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार किसी व्यक्ति की हथेली में बनी रेखाएं उसके भविष्य से सीधा संबंध रखती हैं। हथेली पर बनी रेखाओं के अध्ययन से व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में जाना जा सकता है।
20 से 23 जून का समय ज्योतिषीय नजरिये से बहुत खास है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस दौरान 3 ग्रहों की चाल में बदलाव होगा। ये ग्रह हैं गुरु, शुक्र और बुध। इन ग्रहों के चाल और राशि बदलने से देश-दुनिया और सभी राशियों पर इसका शुभ-अशुभ देखने को मिलेगा।
15 जून से सूर्य वृष राशि से निकलकर मिथुन राशि में आ चुका है, जो 15 जुलाई तक इसी राशि में रहेगा। ये शनि से आठवीं राशि में है। इसलिए अब सूर्य-शनि का षडाष्टक योग बन रहा है।
उज्जैन. 18 जून, शुक्रवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। इस दिन उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र शाम 6 बजे तक रहेगा। शुक्रवार को उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से शुभ नाम का योग बन रहा है। गुरुवार की रात से चंद्रमा राशि बदलकर सिंह से कन्या में आ चुका है। चंद्रमा का राशि परिवर्तन का असर सभी पर शुभ-अशुभ रूप में दिखाई देगा। जानिए कैसा बीतेगा आपका दिन…
ज्योतिष शास्त्र में पंचमहापुरुष योग को बहुत ही शुभ माना गया है। कुंडली में पंच महापुरुष मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि होते हैं। इन 5 ग्रहों में से कोई भी मूल त्रिकोण या केंद्र में बैठे हैं तो श्रेष्ठ हैं।