उज्जैन. 10 सितंबर, गुरुवार को मंगल अपनी राशि यानी मेष में वक्री हो जाएगा और 4 अक्टूबर तक इसी राशि में रहेगा। मेष राशि में मंगल के वक्री होने से यानी इस ग्रह की चाल टेढ़ी होने से देश में दुर्घटनाएं, आगजनी, आतंक और तनाव फैलता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, इससे पहले 2 अक्टूबर 2005 को मंगल मेष राशि में वक्री हुआ था, जिसके कारण देश में रेल दुर्घटना और बम ब्लास्ट जैसी घटनाएं हुई थीं। मंगल के वक्री होने से मेष, कर्क, तुला और वृश्चिक राशि वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इनके अलावा अन्य राशि वालों के लिए समय अच्छा रहेगा।