कैप्टन 2002, 2007, 2012 व 2017 में पटियाला अर्बन सीट पर जीते। 2017 में कैप्टन इस सीट से ने 52,407 वोटों के अंतर से जीत हासिल की।
शिरोमणि अकाली दल ने यहां प्रकाश चंद गर्ग को उतारा है। साल 2017 में कांग्रेस के दलवीर सिंह गोल्डी ने आप के जसवीर सिंह जस्सी को 2811 वोटों से चुनावों में हराया था।
सुखबीर बादल के सामने इस बार कांग्रेस ने फिरोजपुर लोकसभा हलके से दो बार BSP के सांसद रहे मोहन सिंह फलियांवाला को टिकट दिया है।
यहां चरणजीत सिंह चन्नी के सामने आम आदमी पार्टी के लाभ सिंह उगोके हैं। पंजाब लोक कांग्रेस ने यहां से धर्म सिंह फौजी तो शिरोमणि अकाली दल ने यहां से सतना सिंह राही को अपना उम्मीदवार बनाया है।
इस सीट से भारतीय जनता पार्टी ने जगमोहन राजू और आम आदमी पार्टी ने जीवन जोत कौर को टिकट दिया है
पंजाब की मोगा सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट मानी जाती है। एक उपचुनाव के साथ इस सीट पर कुल 15 बार चुनाव हुए जिनमें से 9 में कांग्रेस जीती। यहां शिरोमणि अकाली दल सिर्फ तीन बार जीता है।
यह सीट बड़ी दिलचस्प मानी जाती है। यहां मुकाबला रोचक रहता है। इस बार चर्चा इसलिए थी, क्योंकि इस सीट से बिक्रमजीत सिंह मजीठिया की पत्नी गनीव कौर चुनाव मैदान में है।
चरणजीत सिंह चन्नी के तौर पर पंजाब को 111 दिन का सीएम देने वाली इस सीट पर इस बार आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार चरणजीत सिंह चन्नी से है।
बादल गांव ही नहीं बल्कि इस विधानसभा क्षेत्र के हर गांव में इस तरह की सुविधाएं देखने को मिलेगी। पंजाब के 5 बार CM रह चुके शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता प्रकाश सिंह बादल का इलाका है। बादल उनका अपना गांव है जहां वाटर वर्कर्स से लेकर सीवरेज और स्टेडियम से लेकर बड़ा अस्पताल तक, सब मौजूद है।
अब तक कुल 6 बार कांग्रेस जीत का परचम लहरा चुकी है। कांग्रेस ने पहली बार 1984 में जीत हासिल की थी। 2002 के विधानसभा चुनाव से लगातार 4 बार कांग्रेस के उम्मीदवार एन लोकेन सिंह निर्वार्चित हुए हैं। साल 2017 के चुनाव में कांग्रेस के एन. लोकेन सिंह ने भाजपा के उम्मीदवार को हराया था। इस बार नामबोल सीट से आमने-सामने की टक्कर है।