Shab-e-Barat 2023 Date: मुस्लिम धर्म में भी कई पर्व मनाए जाते हैं, शब-ए-बारात भी इनमें से एक है। इसे इबादत की रात भी कहा जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार ये पर्व शाबान मास की 15वीं तारीख की रात को मनाया जाता है।
Palmistry: हस्तरेखा शास्त्र में हथेली की हर रेखा का बारीकी से अध्य्यन किया जाता है। हथेली की सबसे महत्वपूर्ण रेखा जीवन रेखा को माना जाता है। यही रेखा हमारे जीवन के उतार-चढ़ाव और मृत्यु के बारे में भी बताती है।
Vikram Samvat 2080: वैसे तो पूरी दुनिया में अंग्रेजी कैलेंडर की ही मान्यता है, लेकिन इसके बाद भी अलग-अलग धर्मों में कई तरह के कैलेंडर प्रचलित हैं। विक्रम संवत भी इनमें से एक है। हर साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से हिंदू नववर्ष की शुरूआत मानी जाती है।
Budh Gochar March 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बुध का अपना कोई खास प्रभाव नहीं होता, ये जिस ग्रह के साथ होता है, उसी के अनुरूप फल देने लगता है। ये ग्रह वर्तमान में कुंभ राशि में स्थित है। 16 मार्च को ये मीन राशि में आ जाएगा।
Shani Pradosh 2023:भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अनेक व्रत किए जाते हैं, प्रदोष व्रत भी इनमें से एक है। इस बार ये व्रत 4 फरवरी, शनिवार को किया जाएगा। शनिवार को होने से ये शनि प्रदोष कहलाएगा। ये व्रत का महत्व कई ग्रंथों में बताया गया है।
Traditions Of Holi: हिंदू धर्म में ऐसा कोई त्योहार नहीं है, जिसके साथ कोई न कोई परंपरा जुड़ी न हो। होली भी इन त्योहारों में से एक है। देश के अलग-अलग हिस्सों में होली की विचित्र परंपराएं निभाई जाती है, इनमें से कुछ तो बहुत खतरनाक हैं।
4 मार्च, शनिवार को पहले पुष्य नक्षत्र होने से मित्र और इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से मानस नाम के 2 शुभ योग इस दिन बनेंगे। इसके अलावा शोभन और अतिगंड नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल सुबह 9:44 से 11:11 तक रहेगा।
Daily Numerology Rashifal: अंक शास्त्र को न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं। अंक शास्त्र में जन्म तारीख को जोड़कर मूलांक निकाला जाता है जिसे लकी नंबर भी कहते हैं। इसी के आधार पर व्यक्ति के भविष्य के बारे में प्रीडिक्शन की जाती है।
4 मार्च, शनिवार को फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी और त्रयोदशी तिथि रहेगी। इस दिन शनि प्रदोष का व्रत किया जाएगा। शनिवार को पहले पुष्य नक्षत्र होने से मित्र और इसके बाद आश्लेषा नक्षत्र होने से मानस नाम के 2 शुभ योग इस दिन बनेंगे।
Bhutadi Amavasya 2023: चैत्र मास की अमावस्या बहुत खास होती है, इसे भूतड़ी अमावस्या कहते हैं। इस दिन कई प्रमुख नदियों के किनारे मेलों का आयोजन होता है। जिन लोगों पर ऊपरी हवा का साया होता है, उनकी शुद्धि के लिए ये दिन बहुत ही खास होता है।