Shani Uday Rashifal 2023: शनि सौर मंडल का सबसे धीरे चलने वाला ग्रह है। ये ग्रह ढाई साल में एक बार राशि बदलता है। इस दौरान ये कई बार उदय व अस्त भी होता है। शनि 5 फरवरी 2023 को अस्त हुआ था और 10 मार्च 2023 को उदय हो चुका है।
Rangpanchami 2023: होली के 3 दिन बाद रंगपंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व में भी लोग एक-दूसरे को रंग लगाते हैं और गले मिलकर बधाइयां देते हैं। इस मौके पर कई खास परंपराएं भी निभाई जाती हैं, जो बिल्कुल अलग और खास हैं।
Aaj Ka Panchang: 10 मार्च 2023, शुक्रवार को चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि पूरे दिन रहेगी। शुक्रवार को चित्रा नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। राहुकाल सुबह 11:09 से दोपहर 12:37 तक रहेगा।
अंक ज्योतिष से भी सटीक भविष्यवाणी की जा सकती है। वर्तमान में इस विधा का चलन भी बढ़ता जा रहा है। इस विधा का आधार डेट ऑफ बर्थ है। इसमें अंकों को जोड़कर एक मूलांक निकाला जाता है, जिसे लकी नंबर कहते हैं।
आज (10 मार्च, शुक्रवार) चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि दिन भर रहेगी। शुक्रवार को चित्रा नक्षत्र होने से मूसल नाम का अशुभ योग दिन भर रहेगा। इनके अलावा वृद्धि और ध्रुव नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
Mangal Gochar March 2023: ज्योतिष शास्त्र में मंगल को क्रूर ग्रह बताया गया है। ये ग्रह 13 मार्च को वृषभ से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेगा। मंगल का ये राशि परिवर्तन कई लोगों के लिए फायदेमंद तो कुछ के लिए नुकसानदायक रहेगा।
Palmistry: हमारी हथेली पर कई रेखाएं हैं, लेकिन इन सभी में जीवन रेखा यानी लाइफ लाइन का सबसे अधिक महत्व है क्योंकि इसी रेखा का आधार पर जीवन में उतार-चढ़ाव और मृत्यु व बीमारियों के संकेत मिलते हैं।
Vikram Samvat 2023: इस बार विक्रम संवत 2080 की शुरूआत 22 मार्च से होगी। ये हिंदू कैलेंडर है जो अंग्रेजी कैलेंडर से भी 57 साल आगे है। इसी दिन से हिंदू नववर्ष का आरंभ माना जाता है और चैत्र नवरात्रि भी इसी दिन से शुरू होती है।
Chitragupta Puja 2023: हमारे धर्म ग्रंथों मे अनेक देवी-देवताओं के बारे में बताया गया है। भगवान चित्रगुप्त भी इनमें से एक है। चैत्र कृष्ण पक्ष की द्वितिया तिथि (9 मार्च, गुरुवार) को इनकी पूजा विशेष रूप से की जाती है।
Sant Tukaram Jayanti 2023: हमारे देश में अनेक महान संत हुए, संत तुकाराम भी इनमें से एक थे। इस बार संत तुकाराम की जयंती 9 मार्च, गुरुवार को है। इस मौके पर महाराष्ट्र में संत तुकाराम के अनुयायी विशेष आयोजन करते हैं।