Ram Navami 2023: हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को राम नवमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 30 मार्च, गुरुवार को मनाया जाएगा। इस दिन ग्रह-नक्षत्रों के चलते कई शुभ योग बनेंगे, जिसके चलते ये पर्व और भी खास हो गया है।
Ram Navami 2023 Kab Hai: इस बार राम नवमी का पर्व 30 मार्च, गुरुवार को मनाया जाएगा। इस दिन कई शुभ योग भी रहेंगे। इस दिन भगवान श्रीराम की पूजा विशेष रूप से की जाती है। देश के प्रमुख राम मंदिरों में विशेष आयोजन भी किए जाते हैं।
Meen Sankranti 2023: इस बार सूर्य 15 मार्च को मीन राशि में प्रवेश करेगा। इसलिए इस दिन मीन संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। इसी दिन से खर मास का आरंभ भी होगा, जो 14 अप्रैल तक रहेगा। मीन संक्रांति पर कुछ खास काम करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
Surya Gochar 2023: सूर्य हर 30 दिन में राशि बदलता है। इस तरह सूर्य लगभग 365 दिनों में एक राशि चक्र पूरा कर लेता है। सूर्य 15 मार्च को कुंभ से निकलकर मीन राशि में जाएगा, जहां ये 14 अप्रैल तक रहेगा। सूर्य के राशि परिवर्तन का असर सभी लोगों पर होगा।
Sheetla Puja 2023: चैत्र मास कृष्ण पक्ष की सप्तमी और अष्टमी तिथि को देवी शीतला की पूजा विशेष रूप से की जाती है। देवी शीतला के कई प्राचीन मंदिर हमारे देश में स्थित हैं। इनमें से कुछ मंदिरों से बहुत ही खास मान्यताएं और परंपराएं जुड़ी हुई हैं।
Dream Astrology: ज्योतिष शास्त्र की कई शाखाएं हैं, स्वप्न ज्योतिष भी इनमें से एक है। सपने में जब भी कुछ नजर आता है तो उसका कुछ खास मतलब होता है और ये सपने हमारे भविष्य के बारे में संकेत भी देता है। सपने में कई बार पशु-पक्षी भी दिखाई देते हैं।
Sheetala puja 2023: इस बार शीतला सप्तमी का पर्व 14 मार्च, मंगलवार को मनाया जाएगा और शीतला अष्टमी का 15 मार्च, बुधवार को है। इन दिनों ही दिनों में देवी शीतला की पूजा करने का विधान है। इसे बसोड़ा और बसियोरा आदि नामों से भी जाना जाता है।
Aaj Ka Panchang: 14 मार्च, मंगलवार को पहले अनुराधा नक्षत्र होने से वज्र और इसके बाद ज्येष्ठा नक्षत्र होने से मुग्दर नाम के 2 अशुभ योग बनेंगे। इनके अलावा वज्र और सिद्धि नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 3:34 से शाम 5:02 तक रहेगा।
Daily Numerology Rashifal: अंक ज्योतिष वर्तमान में एक बहुत ही प्रचलित विधा हो चुकी है जो व्यक्ति के भविष्य के बारे में प्रीडिक्शन करती है। समय के साथ इसका चलन भी धीरे-धीरे बढ़ता ही जा रहा है। इसे अंग्रेजी में न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं।
14 मार्च, मंगलवार को चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि है। इस दिन शीतला सप्तमी का व्रत किया जाएगा। मंगलवार को पहले अनुराधा नक्षत्र होने से वज्र और इसके बाद ज्येष्ठा नक्षत्र होने से मुग्दर नाम के 2 अशुभ योग बनेंगे।