Kharmas 2023: इस बार खर मास 15 मार्च 2023 से शुरू हो चुका है, जो 14 अप्रैल 2023 तक रहेगा। धर्म ग्रंथों में खर मास का विशेष महत्व बताया गया है। हर साल ये मास इसके निश्चित समय पर ही आता है। ये मास ईश्वर भक्ति के लिए उत्तम बताया गया है।
Astro Tips: हिंदू धर्म में शकुन-अपशकुन की मान्यता सदियों से चली आ रही है। उसके अनुसार, यदि कुछ काम सूर्यास्त के बाद किए जाएं तो इन्हें अपशकुन माना जाता है और कहते हैं, इससे बुरे परिणाम हमें भुगतने पड़ते हैं।
Aaj Ka Panchang: 16 मार्च, गुरुवार को पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से प्रजापति नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इनके अलावा व्यातिपात और वरियान नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 2:05 से 3:34 तक रहेगा।
अंक ज्योतिष भी वैदिक ज्योतिष की तरह ही लोगों के भविष्य के बारे में बताता है। इसकी भविष्यवाणी भी काफी हद तक सही होती है। इसलिए लोगों का विश्वास इसके ऊपर बढ़ता जा रहा है। इसे न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं।
16 मार्च, गुरुवार को चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि रहेगी। गुरुवार को पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र होने से प्रजापति नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इनके अलावा व्यातिपात और वरियान नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
15 मार्च, बुधवार को पहले ज्येष्ठा नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग और इसके बाद मूल नक्षत्र होने से ध्वजा नाम का शुभ योग बनेगा। इनके अलावा सिद्धि और व्यातिपात नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। राहुकाल दोपहर 12:36 से 2:05 तक रहेगा।
अंक ज्योतिष का अपना खास महत्व है। भविष्य जानने की ये विधा भी धीरे-धीरे पूरे विश्व में फैलती जा रही है और लोग इसे फॉलो भी करने लगे हैं। अंक ज्योतिष में डेट ऑफ बर्थ से प्रीडिक्शन किया जाता है। इसे न्यूमरोलॉजी भी कहते हैं।
15 मार्च, बुधवार को चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। इस दिन शीतला अष्टमी का व्रत किया जाएगा। बुधवार को पहले ज्येष्ठा नक्षत्र होने से ध्वांक्ष नाम का अशुभ योग और इसके बाद मूल नक्षत्र होने से ध्वजा नाम का शुभ योग बनेगा।
Ram Navami 2023: धर्म ग्रंथों के अनुसार, भगवान श्रीराम का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था। इस बार ये तिथि 30 मार्च, गुरुवार को है। इस दिन भगवान श्रीराम की पूजा विशेष रूप से करनी चाहिए, इससे शुभ फल प्राप्त होते हैं।
Ram Navami 2023: इस बार राम नवमी का पर्व 30 मार्च को मनाया जाएगा। श्रीराम का जीवन चरित्र हम सभी के लिए एक उदाहरण है कि जीवन कैसे जीना चाहिए। इसी वजह से श्रीराम को मर्यादा पुरुषोत्तम भी कहते हैं।