अगर आप देश के किसी राज्य में बिना रोक-टोक अपनी गाड़ी चलाना चाहते हैं तो भारत सीरीज का नंबर लेना होगा। इसके लिए सबसे पहले आपको ऑनलाइन अप्लाई करना होता है। इस सीरीज का रजिस्ट्रेशन नंबर लेना बेहद सिंपल है।
भारत में मारुति की कई गाड़ियां इस वक्त मार्केट में दौड़ रही हैं। इनमें ब्रेजा, स्विफ्ट, स्विफ्ट डिजायर, ग्रैंड विटारा, अर्टिगा, बलेनो और ऑल्टो 800 जैसे 17 मॉडल्स शामिल हैं। भारतीय लोगों को भी मारुति की गाड़ियां काफी पसंद हैं।
सरकार की तरफ से बताया गया है कि स्क्रैपिंग पॉलिसी के तहत निजी और सरकारी दोनों तरह के वाहन आएंगे। इसके लिए राज्यों की आर्थिक मदद भी की जाएगी। ताकि कार्बन एमिशन को कम करने में मदद मिल सके।
अचानक से आपकी कार या बाइक को कोई टक्कर मार दे तो डैमेज देखकर गुस्सा आना लाजिमी है। लेकिन गुस्सा करने से आपको कोई फायदा नहीं होने वाला। इसलिए कुछ ट्रिक की मदद से अपने नुकसान की भरपाई कर सकते हैं।
ऑटो डेस्क : भारत आज 74वां गणतंत्र दिवस (Republic Day 2023) मना रहा है। कर्तव्यपथ पर दुनिया ने हिंदुस्तान की ताकत देखी है। भारतीय सेना (Indian Army) के पास अत्याधुनिक तकनीक से लैस कई बख्तरबंद गाड़ियां रही हैं, जो ताकत बनकर उभरीं। Photos में खूबियां..
अगर आपने भी अपनी गाड़ी पर तिरंगा झंडा लगाया है तो उसे उतार दें। क्योंकि आपकी यह गलती आपको जेल पहुंचा सकती है। किसी भी गाड़ी पर तिरंगा लगाना गैर-कानूनी माना जाता है। इसके लिए 3 साल की जेल और जुर्माना हो सकता है।
कंपनी में पिछले साल भी 3,000 नौकरियां गई थी। तब ये सभी नौकरियां अमेरिका में गई थी। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिम फार्ले का लक्ष्य 3 बिलियन डॉलर का है। इस कटौती से वे पारंपरिक आईसीई मॉडल से फायदे को बढ़ाना चाहते हैं।
वैशाली चौधरी खुटेल इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर हैं। सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर उनके 6,52,000 फॉलोअर्स हैं। उनका एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वे हाइवे पर पोज देती हुई दिखाई दे रही हैं। इसको लेकर उनकी किरकिरी भी हुई है।
2022-23 बजट ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक सेक्टर के लिए लैंडमार्क बजट साबित हुआ था। तब सरकार ने नेशनल हाइवे नेटवर्क को 25,000KM तक बढ़ाने का लक्ष्य बनाया था। इसके लिए 20,000 करोड़ रुपए आवंटित किया गया था। इस बार भी ऐसी ही उम्मीद है।
ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक की व्यवस्था वाला दिल्ली भारत का पहला राज्य बन जाएगा। इसके बाद उम्मीद है कि कुछ और राज्य भी इस व्यवस्था को अपना सकते हैं। इससे ड्राइविंग टेस्ट पास करना आसान नहीं होगा और 24 पैरामीटर्स पर खरा उतना होगा।