सार
भारतीय सड़कों पर कई प्रेम कहानियां गढ़ने वाली राजदूत (RajDoot) फिर से धूल उड़ाने के लिए आ रही है। युवा बाइक प्रेमियों (bike lover) की डिमांड को समझते हुए, राजदूत 350 बाइक को डिज़ाइन किया गया है। इसी साल के अंत में भारतीय बाजार में राजदूत के आने की संभावना है, और यह बाइक प्रेमियों के पसंदीदा बुलेट को टक्कर देगी।
80-90 के दशक में सड़कों पर राज करने वाली राजदूत इतनी प्रसिद्ध थी कि फिल्मी सितारों, क्रिकेट खिलाड़ियों से लेकर दहेज में भी इसकी मांग थी। कुछ सालों के लिए गायब रही राजदूत बाइक नए अवतार में राज करने के लिए वापस आ रही है। इस बार बाइक कई खूबियों के साथ बाइक प्रेमियों के लिए उपलब्ध होगी। इसमें तकनीक और आधुनिक फीचर्स शामिल होंगे।
राजदूत 350 के फीचर्स : नवीनतम तकनीक के फीचर्स राजदूत 350 में जोड़े जा रहे हैं। यह इस बाइक को काफी आधुनिक और बेहतर बनाएगा। इसमें डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, डिजिटल स्पीडोमीटर, ट्रिप मीटर, आगे डिस्क ब्रेक और पीछे ड्रम ब्रेक जैसे फीचर्स होंगे। इसके साथ हेडलाइट, टेल लाइट, स्टैंड अलार्म और घड़ी भी शामिल होगी।
सुरक्षा के मामले में भी यह बाइक पीछे नहीं है। इसकी लंबी और आरामदायक सीट लंबी यात्रा के लिए भी आरामदायक विकल्प है। राजदूत 350 में 350cc इंजन है। यह 12.04 bhp और 9nm टॉर्क पैदा करेगा। यह बाइक 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेगी। माइलेज की बात करें तो यह 62 किलोमीटर प्रति लीटर देगी। सिर्फ पावर ही नहीं, पैसे के मामले में भी यह सबसे बेहतरीन है।
राजदूत का नया मॉडल अभी भारत में नहीं आया है। इसी साल के अंत तक भारतीयों के हाथों में यह बाइक आ सकती है। अगर आप राजदूत 350 खरीदने की योजना बना रहे हैं तो इसकी कीमत जान लीजिए। कंपनी ने अभी तक आधिकारिक तौर पर कीमत की घोषणा नहीं की है। एक अनुमान के मुताबिक, यह बाइक 1.5 लाख से 2.21 लाख रुपये में मिलेगी। अलग-अलग शहरों और शोरूम में कीमतों में थोड़ा बदलाव हो सकता है।
राजदूत बाइक का इतिहास : 1970 के आसपास भारत में पहली राजदूत बाइक लॉन्च हुई थी। लेकिन शुरुआत में 173CC, 2 स्ट्रोक इंजन, कम पावर वाली बाइक की मांग कम थी। सिर्फ 7.5 bhp पावर और 12.7 Nm पीक टॉर्क पैदा करने वाली राजदूत को बॉबी फिल्म के बाद प्रसिद्धि मिली। ऋषि कपूर की पहली फिल्म में ऋषि राजदूत पर दिखाई दिए थे। यह युवाओं को आकर्षित करने में कामयाब रही। घाटे में चल रही राजदूत GTS 175 बाइक युवाओं की पसंदीदा बाइक बन गई। बढ़ती मांग के साथ बाइक का डिज़ाइन बदला गया। लेकिन 1990 के दशक तक कंपनी की बिक्री गिरने लगी। दूसरी कंपनियों की प्रतिस्पर्धा, सुरक्षा फीचर्स की कमी और बाइक के पुर्जों की कमी के कारण 1991 में कंपनी ने अपना उत्पादन बंद कर दिया था।