तेल उत्पादन करने वाले देशों का संगठन ओपेक ने मौजूदा जरुरत के हिसाब से तेल उत्पादन करने से मना कर दिया है। ओपेक के मुताबिक मौजूदा समय कच्चे तेल की सप्लाई बढ़ा लेना, उसके कैपिसिटी से बाहर है, ओपेक के मुताबिक तेल के कुएं या सप्लाई के इंफ्रास्ट्रक्चर में इंवेस्ट कम हो गया है । ईधन के दामों में तेजी के बाद भारत के पास क्या ऑप्शन है, देखें..