इलेक्ट्रिक गाड़ियों की कीमत पेट्रोल-डीजल वाली गाड़ियों से काफी ज्यादा होती है, जिससे आम लोग तक पहुंच नहीं बन पा रही है। इसलिए लीथियम ऑयन बैटरी पर जीएसटी कम करने की सिफारिश की गई है।
सोशल मीडिया पर एक छोटे से क्यूट बच्चे का ऐसा ही वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने पिता को बता रहा है कि कैसे इस एडवेंचर गाड़ी को इतने कम पैसे में खरीदा जा सकता है। इस पर आनंद महिंद्रा का भी रिएक्शन आया है।
इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हीकल पर 4 लाख रुपए तक की छूट मिल रही है। साल से अंतर में इन्वेंटरी कम करने के लिए बड़ी कंपनियां ये डिस्काउंट ऑफर कर रही हैं तोकि नए साल से पहले इन्वेंटरी क्लीयर हो सकें।
ऑटो डेस्क : साल 2023 में भारतीय बाजार में बैक टू बैक 7 नई सीएनजी कारें लॉन्च हुईं। पिछले वित्तीय वर्ष में इनकी कीमतों में 49 प्रतिशत इजाफा होने के बावजूद इनकी बिक्री 40.7 प्रतिशत तक बढ़ीं। जानें इस साल लॉन्च सातों सीएनजी कारों की कीमत कितनी हैं...
इस महीने Tata Motors, Hyundai और Maruti Suzuki जैसी कंपनियां सीएनजी मॉडल्स पर अच्छी-खासी छूट दे रही हैं। हालांकि, अलग-अलग राज्यों में डिस्काउंट अलग-अलग हो सकता है। ऐसे में 31 दिसंबर से पहले सस्ते में 5 सीएनजी कार खरीद सकते हैं।
ऑटो डेस्क : इस साल इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की डिमांड बढ़ी। इसी को देखते हुए मार्केट में कई ऑप्शन भी आए। बजट से लेकर लग्जरी स्पेस तक एक से बढ़कर एक इलेक्ट्रिक कारें लॉन्च की गईं। आइए जानते हैं इस साल कौन-कौन सी शानदार ई-कारें भारत में आईं...
अब आपकी कार भी जल्द ही हाईटेक होने वाली है। ऐसा इसलिए क्योंकि कारों में अब स्टीयर बाय वायर टेकनीक का प्रय़ोग किया जाने वाला है। इससे आपको गाड़ी चलाने के दौरान स्टीयरिंग संभालने में और भी आसानी होगी। जानें क्या है स्टीयर बाय वायर टेकनीक…
Bentley Flying Spur Super Limo लग्जरी कार की कीमत करीब 7 करोड़ रुपए है। इस कार में खूबियों की भरमार है। ये सिर्फ 3.8 सेकंड में 0 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से भाग सकती है।
बीते साल जुलाई में ही 3500 RAV4 व्हीकल को कंपनी ने वापस बुलाया था। इन कारों में भी OCS सेंसर में कोई खराबी देखने को मिली थी। इसकी वजह से फ्रंट साइड के एयर बैग सही तरह से ओपन नहीं होते या ओपन होने में दिक्कतें आती हैं।
Bharat NCAP या BNCAP क्रैश टेस्ट में कार को एडल्ट ऑक्यूमेंट प्रोटेक्शन, चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन और सेफ्टी असिस्ट टेक्नोलॉजीस के आधार पर सेफ्टी रेटिंग दी जाती है। इसी बेस पर तय किया जाता है कि कार कितनी सेफ है।