सार
एक बार फिर नीतीश के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए चिराग ने हमला किया है। इस बार चिराग ने प्रवासी बिहारियों के मुद्दे को लेकर निशाना साधा। एलजेपी (LJP) नेता ने बिहार की जनता से जेडीयू को वोट न देने की अपील की है।
पटना। बिहार चुनाव के लिए जेडीयू (JDU) की वजह से खुद को एनडीए (NDA) से अलग कर लेने वाले एलजेपी चीफ चिराग पासवान (Chirag Paswan) के तीखे हमले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर बढ़ते ही जा रहे हैं। एक बार फिर नीतीश के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए चिराग ने हमला किया है। इस बार चिराग ने प्रवासी बिहारियों के मुद्दे को लेकर निशाना साधा। एलजेपी (LJP) नेता ने बिहार की जनता से जेडीयू को वोट न देने की अपील की है।
बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट के नारे के साथ दो पेज का भावुक पत्र ट्वीट करते हुए चिराग ने लिखा- "बिहार राज्य के इतिहास का ये बड़ा निर्णायक क्षण है। करोड़ों बिहारियों के जीवन मरण का प्रश्न है। क्योंकि अब हमारे पास खोने के लिए और समय नहीं है। जेडीयू के प्रत्याशी को दिया गया एक भी वोट कल आपके बच्चे को पलायन करने पर मजबूर करेगा।" चिराग के इस ट्वीट के साथ नीतीश के साथ उनका झगड़ा दिलचस्प मोड़ पर जाता दिख रहा है।
रामविलास को लेकर भावुक बातें
चिट्ठी में चिराग ने पिता रामविलास (RamVilas Paswan) की तबियत का जिक्र करते हुए भावुक बातें भी कही हैं। चिराग ने लिखा- "आज आप लोगों को यह पत्र लिखते वक्त मैं उत्साह और ऊर्जा से लबरेज हूं वहीं पापा (रामविलास पासवान) के अस्वस्थ होने के कारण चिंतित और परेशान भी हूं। उन्हें अस्पताल बेड पर उपकरणों से घिरा देखकर सामान्य बने रहना आसान नहीं है। मेरे लिए भी उनकी मौजूदगी ही मेरी ताकत है।" चिराग ने यह भी कहा कि पिता का आशीर्वाद और बिहार के लिए उनकी ओर से किए गए काम और संघर्ष ही उनकी पूंजी है। पिता ने बिहार और बिहारियों के लिए जो सपना देखा था, उसे मैं अंजाम तक पहुंचाने की हरसंभव कोशिश करूंगा।
चिराग के तेवर से बीजेपी को भी परेशानी
चिराग ने नीतीश कुमार के नेतृत्व को अस्वीकार किया है। उन्होंने बीजेपी (BJP) के हिस्से की सीटों को छोड़कर बाकी 143 जगहों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है। उन्होंने ये भी ऐलान किया था कि चुनाव बाद एलजेपी, बीजेपी के साथ सरकार बनाएगी। लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की लगातार तारीफ करने वाले चिराग के तेवर जिस तरह नजर आ रहे हैं वो बीजेपी के लिए भी परेशानी पैदा कर सकते हैं। विपक्ष अभी से एनडीए की आंतरिक राजनीति और बीजेपी-एलजेपी के संबंधों को लेकर सवाल करने लगा है। ये सवाल आगे और भी बढ़ेंगे।