सार
दीघा थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि स्थानीय लोगों की शिकायत पर इन लोगों को जांच के लिए पटना एम्स भेजा गया था पर उनमें कोरोना वायरस का लक्षण नहीं पाए जाने पर उन्हें छोड़ दिया गया। किर्गीस्तान निवासी ये सभी लोग गत 26 जनवरी को ही नई दिल्ली आए थे और पटना के पीरबहोर और फुलवारीशरीफ इलाके में धार्मिक उपदेश देने के बाद आज सुबह कुर्जी मस्जिद पहुंचे थे।
पटना. पटना के दीघा थाना क्षेत्र के कुर्जी मुहल्ला स्थित एक मस्जिद से हिरासत में लिए गए 10 विदेशी धार्मिक उपदेशकों की जांच में कोरोना वायरस के लक्षण नहीं पाए जाने पर पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया है।
26 जनवरी से ही सभी लोग भारत में हैं
दीघा थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि स्थानीय लोगों की शिकायत पर इन लोगों को जांच के लिए पटना एम्स भेजा गया था पर उनमें कोरोना वायरस का लक्षण नहीं पाए जाने पर उन्हें छोड़ दिया गया। किर्गीस्तान निवासी ये सभी लोग गत 26 जनवरी को ही नई दिल्ली आए थे और पटना के पीरबहोर और फुलवारीशरीफ इलाके में धार्मिक उपदेश देने के बाद आज सुबह कुर्जी मस्जिद पहुंचे थे।
इन विदेशी नागरिकों के साथ रहबर (गाईड) के तौर पर उत्तरप्रदेश निवासी दो अन्य लोग भी थे।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)