सार
बिहार से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। जहां कलयुगी मां ने अपने जवान बेटे को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। महिला ने तीन महीने पहले ही अपनी बेटी की हत्या की है। उसके पति की पहले ही मौत हो चुकी है। अब वो परिवार में अकेली बची है।
औरंगाबाद. बिहार के औरंगबाद जिले से चौंकाने वाली वारदात सामने आई है। जहां एक कातिल मां की करतूत ने इलाके में सनसनी फैला दी है। महिला ने अपने 15 वर्षीय बेटे की बेरहमी से हत्या कर उसकी लाश को आंगन में ही दफना दिया। लेकिन मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब ग्रामीणों को घर के पास से अजीबोगरीब बदबू आने पर पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने गड्ढा खोदा तो वह मंजर देख हर किसी ने दांतों चले उंगली दबा ली। हैरानी की बात यह है कि महिला ने करीब तीन माह पहले ही अपनी बेटी की भी हत्या की थी।
महिला ने अपना जुर्म कबूला...
दरअसल, यह शॉकिंग वारादात मदनपुर थाना के माया बिगहा गांव की है। मामले का खुलासा होते ही पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस टीम ने शव को बाहर निकाला है। वहीं मृतक बच्चे की पहचान मारूतीनंदन कुमार के रूप में हुई। वह 7वीं क्लास में पढ़ता था। आरोपी महिला की पहचान महिला कंचन देवी के रूप में की गई है। महिला ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। अब उसे पूछताछ की जा रही है कि उसने आखिर अपने बच्चों को क्यों और कब मारा। मामले को लेकर पटना एफएसएल टीम को इसकी सूचना दी गई है। एफएसएल की टीम औरंगाबाद के लिए रवाना हो गई है।
3 महीने पहले इसी मां ने बेटी की थी हत्या
पुलिस की शुरूआती जांच में सामने आया है कि आरोपी महिला कंचन देवी के पति विनय सिंह की मौत कुछ सालों पहले एड्स से हो गई थी। जिसके बाद से वह लगातार मानसिक रूप से परेशान थी। उसको एक बेटा और एक बेटी थे, लेकिन उसने एक-एक करके दोनों को मार डाला। तीन महीने पहले महिला ने अपनी 17 साल की बेटी पुनीता कुमारी की हत्या की थी। अब अपने ही बेटे को मार डाला। मदनपुर थानाध्यक्ष शशि कुमार राणा ने बताया कि महिला के ससुर राजेन्द्र सिंह रिटायर्ड दारोगा हैं, उनसे भी जानकारी जुटाई जा रही है। वह वे मूल रूप से गया जिले के गुरूआ थाना के नगवांगढ़ पचरूखिया के रहने वाले हैं। हालांकि अभी दरोगा जी शिवगंज में रहते हैं उनके पा आरोपी महिला भी रहती है।