सार

कोरोना काल में मेडिकल स्टाफ व पुलिस की पहचान कोरोना वॉरियर्स के रूप में हो रही है। ये लोग जान जोखिम में डालकर न केवल संक्रमित क्षेत्र में जाते है, बल्कि संक्रमित मरीज का इलाज भी कर रहे हैं। इस बीच बिहार के दरभंगा जिले से इन दोनों के बीच टकराव का एक मामला सामने आया है। 
 

दरभंगा। वैश्विक महामारी कोरोना के समय जान बचाने की जद्दोजहद में शामिल लोगों के सामने पुलिस और मेडिकल स्टाफ कोरोना वॉरियर्स बनकर उभरे हैं। जान जोखिम में डालकर ये लोग संक्रमित क्षेत्र में जाते हैं, संक्रमित मरीज का इलाज कर रहे हैं। कई जगह इन लोगों पर आक्रोशित लोगों ने हमला भी किया तो कई जगह इनपर फूल भी बरसाए गए। लेकिन ताजा मामला इन दोनों के बीच आपसी भिड़ंत का सामने आया है। बिहार के दरभंगा जिले से पुलिस द्वारा डॉक्टर की पिटाई का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि जिला पुलिस के एक एएसआई ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर से न सिर्फ बदसलूकी की बल्कि चैंबर से खींच कर उनकी पिटाई भी की। इस घटना के विरोध में डॉक्टर व अन्य मेडिकल कर्मी हड़ताल पर भी गए। 

गैंगरेप के आरोपियों का जांच कराने पहुंची थी पुलिस
मिली जानकारी के अनुसार जिले के जाले थाना क्षेत्र में 26 अप्रैल को एक युवती के साथ गैंगरेप की घटना घटी थी। जिसके चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इन आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उनका मेडिकल जांच कराने के लिए डॉक्टर के पास गई थी। लेकिन पुलिस द्वारा इन चारों आरोपियों को मास्क नहीं पहनाया गया था। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने पुलिस को सभी आरोपियों को मास्क पहनाकर लाने की बात कही। डॉक्टर ने बिना मास्क के इन लोगों की जांच नहीं करने की बात कही। जिससे नाराज पुलिस ने डॉक्टर की पिटाई कर दी। 

रेफरल अस्पताल जाले का मामला
ये पूरा घटनाक्रम रेफरल अस्पताल जाले का है। घटना की जानकारी मिलने के बाद अस्पताल के कर्मियों ने हड़ताल की। बताया जाता है कि रेफरल अस्पताल में डॉ. रामप्रीत राम की ड्यूटी थी। उसी समय एएसआई परिजन पासवान चारों आरोपियों को एक ही रस्सी से बांध कर बिना मास्क लगाए जांच कराने पहुंचे थे। बिना मास्क जांच करने से इंकार करने पर एएसआई ने डॉक्टर से मास्क की मांग की। जिसपर डॉक्टर ने कहा कि मास्क नहीं है। इसके बाद पुलिस वाले का गुस्सा भड़क गया। जिसके बाद एएसआई ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर को चैंबर से खींच कर पीटा।