सार
मामला हथियार निर्माण और तस्करी के लिए पूरे देश में चर्चित बिहार के मुंगेर जिले का है। जहां के हवेली खड़गपुर सीडीपीओ कार्यालय में प्रखंड समन्वयक पद पर कार्यरत ब्रजेश कुमार मंगलवार शाम से लापता है। उनके भाई ने पुलिस को गुमशुदगी की शिकायत की है।
मुंगेर। जिले के हवेली खड़गपुर सीडीपीओ कार्यालय में ब्लॉक कॉर्डिनेटर के पद पर कार्यरत जमालपुर के फुलका सरोबाग निवासी ब्रजेश कुमार वीर के मंगलवार शाम से ही रहस्यमय गुमशुदगी का मामला सामने आया है। इस बाबत उनके भाई मुकेश कुमार के द्वारा हवेली खड़गपुर थाने में आवेदन भी दिया गया है। जिसमें बताया है कि मंगलवार की शाम 5 बजे सीडीपीओ कार्यालय में थे। वे खड़गपुर स्थित किराए का मकान खाली कर जमालपुर जा रहे थे। जिसके बाद अब तक उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
सेविकाओं ने सीडीपीओ से की थी शिकायत
मंगलवार की शाम से अब तक वह घर नहीं पहुंचे है। परिवार के लोग परेशान हैं। वही गुमशुदगी के मामले को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे है। पिछले दिनों सेविकाओं के द्वारा प्रखंड समन्वयक ब्रजेश कुमार वीर पर मोबाइल प्रशिक्षण के दौरान सेविकाओं से अनुशासनहीनता और अपशब्दों का प्रयोग किया जा रहा था। जिसको लेकर सेविका के द्वारा सीडीपीओ को भी मामले की जानकारी दी थी। इस मामले में अभी विभागीय छानबीन चल ही रही है।
पुलिस के लिए चुनौती बना ब्रजेश का लापता होना
इधर प्रखंड समन्वयक ब्रजेश कुमार वीर के भाई मुकेश कुमार ने बताया कि गुमशुदगी के ब्रजेश कुमार वीर के द्वारा अंतिम बार व्हाट्सएप मैसेज में यह बताया गया प्लीज सेव मी, आई एम इन डेंजर जोन। इसके बाद से भाई ब्रजेश वीर का मोबाईल स्वीच ऑफ़ बताया जा रहा है। फिलहाल ब्रजेश के लापता होने का मामला एक रहस्य बना हुआ है और इसका खुलासा पुलिस के लिए एक चुनौती है। बता दें कि क्राइम और गैर कानूनी काम के लिए मुंगेर बिहार ही नहीं पूरे देश में चर्चित है। इसे अवैध हथियारों की काला मंडी के रूप में जाना जाता है।