सार
आरोप है कि रेलमंत्री रहते हुए लालू प्रसाद यादव ने पटना में 12 लोगों को ग्रुप डी में नौकरी दी थी। इन लोगों को नौकरी देने के एवज में अपने परिवार के सदस्यों के नाम पटना में जमीनें बैनामा कराया था।
CBI filed chargesheet against Lalu Prasad Yadav: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती हुई नजर आ रही है। सीबीआई ने पूर्व सीएम के खिलाफ नौकरी के बदले जमीन के केस में चार्जशीट दाखिल कर दिया है। चार्जशीट में पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के अलावा उनकी पत्नी पूर्व सीएम राबड़ी देवी सहित 16 अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि रेलमंत्री रहते हुए लालू प्रसाद यादव ने पटना में 12 लोगों को ग्रुप डी में नौकरी दी थी। इन लोगों को नौकरी देने के एवज में अपने परिवार के सदस्यों के नाम पटना में जमीनें बैनामा कराया गया था।
दस साल पहले लालू प्रसाद यादव थे रेल मंत्री
पूर्व पीएम डॉ.मनमोहन सिंह के नेतृत्व में यूपीए की सरकार के दौरान लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे। यह करीब दस साल पहले की बात है। आरोप है कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने अपने कार्यकाल के दौरान बिहार के 12 लोगों को नौकरियां दी थी। इसके बदले में अपने परिवारीजन के नाम पटना की कई बेशकीमती जमीनों का बैनामा कराया गया था।
सीबीआई ने 16 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया
सीबीआई ने इस मामले में पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी व पूर्व सीएम राबड़ी देवी सहित 16 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। 16 आरोपियों में लालू दंपत्ति के अलावा उनकी दो बेटियों मीसा भारती व हेमा यादव के अलावा नौकरी पाने वाले सभी 12 लोगों के नाम है। इनमें से अधिकतर जमानत पर हैं।
सीबीआई ने चार्जशीट में बताया है कि रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लालू यादव के परिवार के नाम एक लाख वर्ग फीट से अधिक जमीन को कथित तौर पर हस्तांतरित किया गया था। जिन लोगों को नौकरियां दी गई थी वह बेहद जल्दबाजी में दी गई। आवेदन करने के तीन दिनों के भीतर उम्मीदवारों को ग्रुप डी पदों पर नियुक्त कर दिया गया था। बाद में इन सभी लोगों को नियमित कर दिया गया। आरोप है कि इनको नियमित तब किया गया जब नौकरी पाने वालों ने स्वयं या अपने परिवार के सदस्यों के नाम की जमीनों को ट्रांसफर बताए गए लोगों के नाम कर दिया गया था। सीबीआई के अनुसार जमीन ट्रांसफर राबड़ी देवी, उनकी बेटियां मीसा भारती व हेमा यादव के नाम पर किए गए थे।
लालू के सहयोगी भोला यादव की तीन महीने पहले हुई थी गिरफ्तारी
सीबीआई द्वारा चार्जशीट दायर करने के करीब तीन महीने पहले पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के सहयोगी भोला यादव को अरेस्ट किया गया था। भोला यादव, तत्कालीन रेल मंत्री के अति करीबी माने जाते रहे हैं। वह 2005 से 2009 तक उनके ओएसडी भी रहे हैं।
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