सार
बंगाल की खाड़ी में चक्रवात उठने से बिहार में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने अगले 72 घंटे के लिए भारी बारिश का हाई अलर्ट जारी किया है। गुरुवार से लेकर शुक्रवार दोपहर तक प्रदेश में 100 से ज्यादा लोगों की वज्रपात से मौत की सूचना है, साथ ही कई लोग झुलस गए हैं जिनका इलाज चल रहा है
पटना(Uttar Pradesh). बंगाल की खाड़ी में चक्रवात उठने से बिहार में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने अगले 72 घंटे के लिए भारी बारिश का हाई अलर्ट जारी किया है। गुरुवार से लेकर शुक्रवार दोपहर तक प्रदेश में 100 से ज्यादा लोगों की वज्रपात से मौत की सूचना है, साथ ही कई लोग झुलस गए हैं जिनका इलाज चल रहा है। वहीं कई लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। आज सुबह शेखपुरा में वज्रपात से एक चरवाहे की मौत हो गई है।
शुक्रवार को भी कई जिलों में भारी बारिश के आसार हैं और मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे घरों से बाहर न निकलें। 26 जून को जिन जिलों में भारी बारिश व वज्रपात की आशंका व्यक्त की गई है, इनमें 18 जिलों में खास तौर पर एहतियात बरतने की सलाह दी गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, बिहार के 18 जिलों में आज भारी बारिश की चेतावनी है। प्रभावित होने वाले जिले हैं- पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, शिवहर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, सारण, मधुबनी, सुपौल, अररिया, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, किशनगंज एवं कटिहार हैं। इन जिलों में मौसम विभाग ने लोगों को उचित सावधानी एवं सुरक्षा उपाय बरतने की सलाह दी है।
PM मोदी ने ट्वीट कर जताया दुःख
बिहार में वज्रपात से हुई मौतों पर पीएम मोदी ने गहरा दुःख व्यक्त किया है . उन्होंने ट्वीट कर मृतकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है वहीं बिहार के मुख्यमंत्री ने भी गहरा दुख जताया है और राज्य सरकार की तरफ से मृतकों के परिवार को मुआवजा देने का भी ऐलान किया है। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को भी राज्य में भारी बारिश होने के आसार हैं। खासकर उत्तरी बिहार के अधिकांश जिलों में जमकर बारिश होगी। इन जिलों में भारी बारिश के साथ ही वज्रपात की भी संभावना व्यक्त की गई है।
राज्य सरकार देगी चार लाख का मुआवजा
सरकारी आंकड़ों के अनुसार वज्रपात से मृतकों की संख्या अबतक 83 है, हालांकि आंकड़े ज्यादा हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें। खराब मौसम होने पर बिजली गिरने से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का अनुपालन करें और खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें।