सार

मामला बिहार के कैमूर जिले का है। जिला सदर अस्पताल से बरगलाकर भभुआ शहर के एक निजी क्लीनिक में लाई गई प्रसूता की ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। आरोप है कि डॉक्टर ने शराब के नशे में ऑपरेशन किया। 

कैमूर। जिले के एक निजी क्लीनिक में प्रेग्नेंट लेडी की ऑपरेशन के बाद मौत हो गई। महिला की मौत की जानकारी मिलते ही परिजन उग्र हो गए और नर्सिंग होम में जमकर बवाल काटा। परिजनों का आरोप है कि महिला का ऑपरेशन करने वाला डॉक्टर नशे में था। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने जैसे-तैसे मामले को शांत कराया और डॉक्टर के पकड़ कर थाने ले गई। हालांकि थाने में ब्रेथ एनलाइजर जांच में डॉक्टर के शराब पीने की पुष्टि नहीं हुई है। दूसरी ओर मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। परिजनों को आरोपों को देखते हुए पोस्टमार्टम के एक लिए एक कमेटी बनाई गई है। 

ऑपरेशन के लिए मांगे 50 हजार रुपए
मृतका रोहतास के दिनारा थाना क्षेत्र के विश्रामपुर गाव की संजीत खरवार की पत्नी चिंकी देवी थी। मायके से प्रसव के लिए उसे 25 मई को भभुआ सदर अस्पताल आई थी। सदर अस्पताल से परिजनों को बरगला कर रंजन हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। जहां ऑपरेशन के बाद महिला ने बच्चे को जन्म दिया। लेकिन उसके कुछ ही देर बाद महिला की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने निजी नर्सिंग होम में जमकर हंगामा किया। नवजात की हालत भी खराब है। उसे आईसीयू में रखा गया है। परिजनों ने बताया कि ऑपरेशन के लिए 50 हजार रुपए मांगे गए थे। जिसमें से 25 हजार रुपए जमा किया था। 

सदर अस्पताल से निजी क्लीनिक भेजा गया
मामले में एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि ब्रेथ एनालाइजर से दो बार चिकित्सक की जांच कराई गई, लेकिन चिकित्सक के शराब पीने की पुष्टि नहीं हुई। इधर, चिकित्सक के खून पेशाब के सैंपल भी जांच के लिए एफएसएल पटना भेजे गए हैं। उधर, मृत महिला के पति के आवेदन पर चिकित्सक पर सदर थाना में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। डॉक्टर को जमानत दे दी गई है। मामले की छानबीन जारी है। 

मृतका के पति संजीत खरवार ने कहा है कि वह पत्नी को 25 मई को प्रसव के लिए सदर अस्पताल ले गया था। अस्पताल कर्मियों ने ऑपरेशन नहीं होने की बात कह रंजन अस्पताल में जाने को कहा गया। डॉक्टर नशे की हालत में सोमवार को ऑपरेशन कर रहे थे। इसी बीच चिंकी की डॉक्टर की लापरवाही से मौत हो गई।

प्रतीकात्मक तस्वीर