सार
जदयू कोटे से खाली हुई राज्यसभा की तीन सीटों में से दो पर पार्टी ने पुराने ही चेहरे को उच्च सदन में भेजने का निर्णय लिया है। राज्यसभा के सभापति हरिवंश और रामनाथ ठाकुर के राज्यसभा भेजने का ऐलान जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने आज पटना में की।
पटना। वरिष्ठ पत्रकार हरिवंश और रामनाथ ठाकुर को फिर से राज्यसभा भेजा जाएगा। जदयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने बुधवार को पटना में आयोजित प्रेस कॉफ्रेंस में इन दोनों के नाम का ऐलान कर दिया। बता दें कि राज्यसभा में जदयू कोटे से तीन सीटें बीते दिनों खाली हुई थी। जिसमें हरिवंश और रामनाथ ठाकुर के अलावा कहकंशा परवीण थी। हरिवंश और रामनाथ ठाकुर आपकी सासंदी बचा पाने में कामयाब रहे। लेकिन कहकंशा परवीण का टिकट काट दिया गया है। रामनाथ ठाकुर को राज्यसभा भेजने का निर्णय लेकर पार्टी ने चुनावी वर्ष में अति पिछड़ा वर्ग के वोट बैंक को अपने पाले में बनाए रखने का फैसला लिया है।
विधान परिषद भेजी जा सकती हैं कहकंशा परवीण
बता दें कि रामनाथ ठाकुर बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर के पुत्र हैं। वो अति पिछड़े वर्ग से आते हैं। दूसरी ओर हरिवंश इस समय राज्यसभा के सभापति हैं। यदि पार्टी उनके स्थान पर किसी और उम्मीदवार बनाती तो सभापति पद से हाथ धोना पड़ता। लिहाजा पार्टी ने दोनों को फिर से राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है। कहकंशा परवीण के बारे में चर्चा है कि उन्हें विधान परिषद में जगह दी जा सकती है। मालूम हो कि नाम पर चर्चा के लिए सीएम आवास में तीन घंटे तक बैठक चली। जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह और अन्य वरीय नेताओं ने प्रेस कॉफ्रेंस कर पार्टी के इस फैसले की जानकारी दी।
एक सीट के लिए 41 विधायकों का समर्थन जरूरी
बताते चले कि राज्यसभा में बिहार के कोटे से पांच सीटें खाली हो रही है। एक सीट के लिए 41 विधायकों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी। जदयू के पास इस समय कुल 70 विधायक है। भाजपा के पास 54 विधायक है। एनडीए ने तय किया है कि जदयू से दो और भाजपा से एक नेता राज्यसभा भेजे जाएंगे। यदि वोटिंग की जरूरत पड़ी तो जदयू के लिए भाजपा और लोजपा के विधायक अपना समर्थन देंगे।