सार

अमित शाह शनिवार सुबह पटना पहुंचे, जहां  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। इसके बाद दोने नेताओं की मुलाकात हुई। बिहार सरकार के मंत्री विधायकों के स्वागत-सत्कार किया। इसके बाद अमित शाह और सीएम नीतीश कुमार की बंद कमरे में करीब 15 मिनट तक बातचीत हुई।

पटना (बिहार). केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) आज बिहार के दौरे पर थे। जहां वह 1857 के विद्रोह के स्वतंत्रता संग्राम के महानायक बाबू वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव के हिस्सा बनने के लिए पटना से सीधे जगदीशपुर पहुंचे। इससे पहले अमित शाह और सीएम नीतीश कुमार की बंद कमरे में करीब 15 मिनट तक बातचीत हुई। वहीं इस मुलाकात के बाद कई सियासी मायने भी बिहार की सियासत में निकाले जा जा रहे हैं।

'नीतीश कुमार के लिए राजद में कोई जगह नहीं'
दरअसल, अमित शाह शनिवार सुबह पटना पहुंचे, जहां  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया। इसके बाद दोने नेताओं की मुलाकात हुई। बिहार सरकार के मंत्री विधायकों के स्वागत-सत्कार किया। वहीं इन दोनों की मुलाकात के कुछ देर बाद आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि नीतीश कुमार के लिए राजद में कोई जगह नहीं है।

तेज प्रताप के इस बयान के बाद बढ़ी राजनीतिक सरगर्मी
इसके अलावा उन्होंने आगे कहा कि इफ्तार पार्टी में तेजस्वी और नीतीश कुमार की मुलाकात का कोई राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए। राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। दरअसल, कुछ दिन पहले राजद विधायक और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने कहा कि राजनीति में कभी भी कुछ हो सकता है और हमलोगों की सरकार बन सकती है। उनके इस बयान के बाद बिहार में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई थी। 

 नीतीश कुमार ने सब कुछ कर दिया क्लियर
वहीं, शनिवार को नीतीश कुमार ने साफ कर दिया था कि महागठबंधन में जाने की बातें आधारहीन हैं। मुख्यमंत्री ने कहा था, इफ्तार पार्टियों में बहुत से लोगों को बुलाया जाता है। इसका राजनीति से कोई संबंध नहीं है? हम भी एक इफ्तार पार्टी रखते हैं और सभी को इसमें आमंत्रित करते हैं।