सार

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हादसे में ट्रेन के किसी यात्री को कोई चोट नहीं आई। वहीं बताया जाता है कि टक्कर के बाद इंजन में फंसने से पोकलेन करीब पांच सौ मीटर तक घसीटता चला गया। इससे इंजन में खराबी आ गई। इधर, हादसे में जख्मी हुए पोकलेन के चालक को आनन-फानन में रोसड़ा अस्पताल भेजा गया। जहां से उसे पटना रेफर कर दिया गया। 

समरस्तीपुर (Bihar) । बिहार में शनिवार को बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया। जानकी एक्सप्रेस समस्तीपुर-सहरसा रेल खंड में नयानगर में बखरी ढाला पर एक पोकलेन मशीन से टक्करा गई। जिससे ट्रेन का इंजन क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं, पोकलेन का चालक गंभीर रूप से जख्मी हो गया। बता दें कि ट्रेन समस्तीपुर-खगड़िया रेलखंड पर जयनगर से मनिहारी जा रही थी। 

..तो इस वजह से हुआ हादसा
समस्तीपुर से सहरसा जा रही जानकी एक्सप्रेस जिस समय बखरी ढाला के पास पहुंची उस समय गेट खुला था। जबकि, की मैन लापता था, जिससे पोकलेन लेकर चालक क्रासिंग तक पहुंच चुका था। इससे ट्रेन के इंजन और पोकलेन में टक्कर हो गई। 

आधा किमी तक घसीटकर पोकलेन मशीन को ले गई ट्रेन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हादसे में ट्रेन के किसी यात्री को कोई चोट नहीं आई। वहीं बताया जाता है कि टक्कर के बाद इंजन में फंसने से पोकलेन करीब पांच सौ मीटर तक घसीटता चला गया। इससे इंजन में खराबी आ गई। इधर, हादसे में जख्मी हुए पोकलेन के चालक को आनन-फानन में रोसड़ा अस्पताल भेजा गया। जहां से उसे पटना रेफर कर दिया गया। 

एक साल पहले भी हुआ था ऐसे ही हादसा
बता चलें कि समस्तीपुर में जनवरी 2020 में एक इसी तरह की घटना हुई थी, जिसमें समस्तीपुर से सहरसा जा रही ट्रेन एक बैलगाड़ी से टकरा गई थी। जिसमें छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। वह हादसा समस्तीपुर जिले के हसनपुर स्टेशन के पास हुआ था हादसे में ट्र्रेन वोगी के गेट पर बैठे यात्री बैल गाड़ी से टकराकर एक-एक कर गिरते चले गए। कुछ की मौत हो गई थी। और कई लोग घायल हो गए थे। यह पूरा मामला लापरवाही का था।