सार
शैफ के अपहरण की अफवाह फैलाने वाले ड्राइवर मो. रिजवान से पूछताछ के बाद पुलिस ने अब्दूल्ला चौक रघपुरा से शैफ के शव और उनकी स्कॉर्पियों को बरामद कर लिया हालांकि मामले में शामिल अन्य अपराधी अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है
दरभंगा (बिहार): मंगलवार सुबह घर से निकलने के बाद से लापता चल रहे जदयू नेता सह ठेकेदार मो. शैफ उर्फ मुन्ना की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। शैफ के अपहरण की अफवाह फैलाने वाले ड्राइवर मो. रिजवान से पूछताछ के बाद पुलिस ने अब्दुल्ला चौक रघपुरा से शैफ के शव और उनकी स्कॉर्पियों को बरामद कर लिया। हालांकि मामले में शामिल अन्य अपराधी अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है। जिसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छानबीन कर रही है।
पहले अगवा करने की थी चर्चा, फिर बाद में मिला शव
दरभंगा जिला युवा जदयू महासचिव मो. शैफ मंगलवार सुबह अपने वाहन से निकले थे। शाम तक उनके घर नहीं पहुंचने के बाद तरह-तरह की चर्चा लगी थी। शैफ के ड्राइवर मो. रिजवान ने अगवा किए जाने की अफवाह फैला दी थी। जिसके बाद से क्षेत्र में कई तरह की चर्चा चल रही थी। हालांकि जब शक के आधार पुलिस ने रिजवान को पकड़ा तो शुरुआती गोलमटोल जवाब के बाद उसने अपना अपराध कबूल कर लिया है। उसी के कहे अनुसार जगह से पुलिस को गाड़ी और शैफ का शव मिला।
परिजन बोले - शैफ के पास था चार लाख रुपए
पूछताछ के दौरान गिरफ्तार चालक रिजवान ने बताया कि शैफ के गांव के दो अन्य लोगों के साथ मिलकर उसने इस घटना को अंजाम दिया। पूर्व निर्धारित योजना के तहत शैफ के ग्रामीण अमीरुल और शमीम ने उससे लिफ्ट मांगी थी। जिस एंकात जगह पर ले जाकर गोली मार कर उसकी हत्या कर दी थी। अमीरुल और शमीम अभी फरार है। दूसरी ओर शैफ के परिजनों का कहना है कि मंगलवार को शैफ के पास चार लाख रुपए भी थे। बता दें कि शैफ जदयू महासचिव के साथ-साथ सात निश्चय योजना की ठेकेदारी भी करता था।
गुमराह करने के लिए की अपहरण की बात
बता दें कि हायाघाट थाना क्षेत्र के ओलियाबाद निवासी मो. शैफ कल दिन से ही गायब था। उसकी हत्या में शामिल ड्राइवर रिजवान ने पुलिस व परिजनों को गुमराह करने के लिए अगवा की बात उठाई थी। बाद में शव मिलने और मामले का खुलासा होने के बाद ओलियाबाद में तनाव है। शैफ के समर्थकों ने सड़क जाम कर जल्द से जल्द अन्य अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग की है।
(फाइल फोटो)