सार
आम तौर पर ऐसा विरले ही होता है कि किसी जिले का एसपी रात में ट्रक ड्राइवर बनकर सड़क पर घूमा करें। लेकिन कैमूर के एसपी ने लगातार पुलिस के जवानों द्वारा हो रही वसूली की सूचना पर ऐसा काम किया, जिसकी सभी मिसाल दे रहे हैं।
कैमूर। रात में ओवरलोडेड ट्रकों को पैसा लेकर पार कराने का खेल बिहार के प्रायः सभी जिलों में धड़ल्ले से चलता है। हाई वे पर बने चेक पोस्ट पर तैनात जवान गाड़ी का साइज और उसका लोड देख ड्राइवर से पैसा लेकर पार कराते है। इस तरह की अवैध वसूली की शिकायत कैमूर के एसपी दिलनवाज अहमद को कई बार से मिल रही थी। वसूली के इस खेल को खत्म करने के लिए एसपी ने नायाब तरीका निकाला। जिसकी स्थानीय लोग मिसाल दे रहे हैं तो पुलिस जवानों में हड़कंप मचा है।
36 हजार रुपए भी एसपी ने किए जब्त
लगातार मिल रही शिकायत के बाद एसपी दिलनवाज ने अपनी एक स्पेशल टीम के साथ एक ओवरलोडेड ट्रक को चलाया। वो स्वयं ट्रक ड्राइवर बना कर जीटी रोड पर 10 किलोमीटर तक ट्रक चलाते रहे। इस दौरान मिलने वाले सभी पुलिस चौकियों पर जवान उनके वाहन रोक कर पैसे की मांग करते रहे। एसपी भी चुपचाप सभी को रिश्वत देते रहे। चार घंटे तक चलाए इस स्पेशल अभियान के बाद एसपी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 17 जवानों को सस्पेंड कर दिया। इस कार्रवाई के दौरान एसपी ने 36 हजार रुपए भी जब्त किए।
सस्पेंड हुए जवानों में एसआई और एएसआई भी शामिल
सस्पेंड किए गए जवानों में कुदरा थाना के सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार सिंह, सहायक अवर निरीक्षक हीरा लाल, तीन सिपाही और 10 होमगार्ड के जवान और दो सैप के जवान शामिल है। ये सभी जवान ड्राइवर बने एसपी को पहचान नहीं सके। और उनसे रिश्वत मांगते रहे। एसपी की इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप की स्थिति है। बता दें कि होली के लिए बिहार के सभी जिलों के एसपी ने हाई - वे पर विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया है। ताकि पड़ोसी राज्यों से सूबे में शराब नहीं लाई जा सके।