सार
बिहार में रेलवे की NTPC परीक्षा में धांधली के आरोप में लगाकर छात्रों ने बुधवार को जगह-जगह जमकर बवाल काटा। तीसरे दिन देखते ही देखते यह विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। इस दौरान रेल मंत्री ने कहा-हमने छात्रों की मांग को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ लोगों की एक कमेटी बनाई है। यह कमेटी इस मामले में 4 मार्च को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
पटना. बिहार में रेलवे की NTPC परीक्षा में धांधली के आरोप में लगाकर छात्रों ने बुधवार को जगह-जगह जमकर बवाल काटा। तीसरे दिन देखते ही देखते यह विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। कई जगहों पर छात्रों ने स्टेशन पर खड़ी ट्रेनों में आग लगा दी। आलम यह हो गया कि मामला शांत कराने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) को प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ी। उन्होंने इस दौरान सभी छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की। इस दौरान रेल मंत्री ने कहा-हमने छात्रों की मांग को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ लोगों की एक कमेटी बनाई है। यह कमेटी इस मामले में 4 मार्च को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। छात्र अपनी बातों को कमेटी के सामने रखें, हिंसक प्रदर्शन नहीं करें।
पास और फेल हुए अभ्यर्थियों की बात सुनेगी कमेटी
रेलवे मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि यह कमेटी परीक्षा में पास और फेल हुए अभ्यर्थियों की शिकायत को सुनेगी। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कमेटी रेल मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपेगी।उम्मीदवार 16 फरवरी, 2022 तक अपनी शिकायत समिति के सामने रख सकते हैं। इसके बाद रेल मंत्रालय आगे का निर्णय लेगा।
रेल मंत्रालय ने परीक्षाओं पर लगाई रोक
बता दें कि फिलहाल रेलवे की परीक्षा पर रेल मंत्रालय ने रोक लगा दी है। बता दें कि देशभर में 1.26 करोड़ छात्रों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था। उनका आरोप है कि परीक्षा के रिजल्ट में गड़बड़ी हुई है। NTPC रिजल्ट को लेकर उत्तर प्रदेश और बिहार में अभ्यर्थियों के व्यापक विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने यह बड़ा फैसला लिया है।
छात्र हमारे लिए हमारे भाई के समान हैं...
रेल मंत्री ने इस दौरान छात्रों से अपील करते हुए कहा कि मैं छात्रों की समस्या को समझ सकता हूं। मैं भी इस दौर से गुजर चुका हूं, छात्र हमारे लिए हमारे भाई के समान हैं, हम छात्रों की बातो को सुनने के लिए तैयार हैं। लेकिन वह अपना विरोध शांति तरीके से करें। रेलवे की लाखों-करोंड़ों की संपत्ति को नुकसान नहीं करें। जगह-जगह ट्रेनों को आग भी नहीं लगाएं। क्योंकि आपके विरोध के दौरान कुछ लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं। मैं उनसे निवेदन करूंगा छात्रों को भ्रमित नहीं करें यह देश का मामला है।