सार
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले बयानबाजी तेज हो चली है। भाजपा की ओर से एमएलसी संजय पासवान ने कहा कि बिहार की जनता भाजपा सीएम चाहती है। इस पर सख्त ऐतराज जताते हुए जदयू का कहना है कि अपने बड़बोले नेताओं पर भाजपा लगाम लगाए।
पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर 2020 में होना है। लेकिन चुनाव पूर्व तैयारी और बयानबाजी तेज हो चली है। हाल ही में भाजपा की ओर से यह बयान आया कि बिहार की जनता बीजेपी का मुख्यमंत्री चाहती है। भाजपा के इस बयान पर जदयू ने सख्त ऐतराज जताया है। जदयू ने अपने सहयोगी दल भाजपा से उन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है जो पार्टी आलाकमान द्वारा तय किए गए मुद्दों पर टिप्पणी करते हैं जिससे गठबंधन धर्म का उल्लंघन होता है।
ऐसे नेताओं पर लगाम लगाए भाजपाः राजीव रंजन सिंह
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने भाजपा सदस्य संजय पासवान की टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि भाजपा अपने ऐसे नेताओं पर लगाम लगाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी, जो अमित शाह के हस्तक्षेप के बावजूद बयानबाजी कर रहे हैं। बता दे कि भाजपा के एमएलसी संजय पासवान ने बुधवार को कहा था, “बिहार के लोग अब एक भाजपा नेता को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। हम अपने दम पर राज्य में सरकार बनाने की स्थिति में हैं, पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी जो भी निर्णय लेंगे, हम उसका पालन करेंगे।”
नीतीश कुमार ही होंगे राजग का चेहराः अमित शाह
हालांकि प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा कि पासवान हमारी पार्टी के वरिष्ठ और सम्मानित नेता हैं। उन्होंने अपनी व्यक्तिगत क्षमता में कुछ कहा होगा। यह पार्टी का आधिकारिक रुख नहीं है। वहीं दूसरी ओर केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने हाल के दिनों में एक से अधिक टीवी साक्षात्कारों में कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में राजग का चेहरा होंगे। अब देखना है कि जदयू के ऐतराज पर भाजपा का कदम उठाती है।