सार

बाल विकास विभाग की एमडी हरजोत कौर बम्हरा ने सैनेटरी पैड की मांग पर छात्राओं से कहा था कि कल मुफ्त में निरोध भी देना होगा। इस पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है और अधिकारी से 7 दिन में जवाब मांगा है।
 

पटना। महिला आईएएस अधिकारी और बाल विकास विभाग की एमडी हरजोत कौर बम्हरा (Harjot Kaur Bamhrah) अपने बेतुके जवाब के चलते मुश्किल में फंस गईं हैं। उन्हें पद से हटाने की मांग की जा रही है। महिला आयोग ने हरजोत से सात दिन में जवाब मांगा है। यह सब सशक्त बेटी समृद्ध बिहार कार्यक्रम में महिला अधिकारी के बेतुके बोल के चलते हो रहा है। 

27 सितंबर को पटना में सशक्त बेटी समृद्ध बिहार कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें महिला एवं बाल विकास विभाग की एमडी हरजोत कौर और अन्य अधिकारी शामिल हुए थे। कार्यक्रम में पटना के विभिन्न सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं को भी बुलाया गया था। इसी दौरान एक छात्रा ने राज्य सरकार से लड़कियों को स्कूलों में सैनिटरी पैड देने की मांग की। यह मांग सुन महिला अधिकारी नाराज हो गईं।

हरजोत कौर ने कहा कि इस तरह की मांग का कोई अंत नहीं है। आज सैनिटरी पैड मांग रही हो। कल जींस-पैंट और परसों सुंदर जूते मांगोगी। जब परिवार नियोजन की बात आएगी तब निरोध भी मुफ्त देना होगा। लड़कियों ने जब स्कूल के टूटे शौचालय की समस्या बताई और कहा कि लड़के भी शौचालय में आ जते हैं तो महिला अधिकारी ने जवाब दिया कि तुम्हारे घरों में अलग-अलग शौचालय है क्या। महिला अधिकारी ने छात्राओं को पाकिस्तान तक जाने के लिए कह दिया। 

राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान
छात्राओं को दिया हरजोत कौर का जवाब मीडिया में आया तो मामले ने तूल पकड़ लिया। राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए महिला अधिकारी को सात दिन में जवाब देने को कहा है। वहीं, टीईटी शिक्षक संघ ने महिला अधिकारी को हटाने की मांग की है। समाज कल्याण विभाग के मंत्री मदन सहनी ने कहा कि छात्राओं द्वारा उठाए गए मुद्दों पर सरकार ने प्रावधान कर रखा है। एमडी को यह बात याद रखनी चाहिए। इस मामले का संज्ञान लिया गया है।

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टीईटी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अमित विक्रम ने कहा कि डब्ल्यूडीसी के एमडी ने लड़की के सवाल को समझने की कोशिश नहीं की। वह शायद स्कूलों में सैनिटरी पैड उपलब्ध कराने की मांग कर रही थी। हालांकि सरकार कक्षा 6 से 12 तक की प्रत्येक छात्रा को 300 रुपए देती है, लेकिन उनमें से अधिकांश स्कूलों में सैनिटरी पैड नहीं ले जाती हैं। आईएएस अधिकारी को अलग तरह से जवाब देना चाहिए था, लेकिन उसने छात्रा का अपमान किया। भाजपा प्रवक्ता संतोष पाठक ने कहा कि नौकरशाह ने जिस तरह लड़की से बात की उससे वर्कशॉप का मकसद ही खत्म हो गया। डब्ल्यूडीसी के एमडी ने जिस तरह से बात की वह बहुत गैर-जिम्मेदार और असंवेदनशील था। पाकिस्तान का जिक्र करने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं थी।

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