सार
मामला बिहार के सीतामढ़ी जिले का है। जहां नायक फिल्म के तर्ज पर सरकारी स्कूल की छात्राओं को कुछ देर के लिए डीएम-एसपी बनाया गया। इस दौरान सांतवी की एक छात्रा ने न केवल लोगों की फरियाद सुनी बल्कि लोगों की शिकायत पर थानेदार को हड़काया भी।
सीतामढ़ी। अनिल कपूर और अमरीश पुरी की हिट फिल्म नायक तो आपने देखी ही होगी। फिल्म में पत्रकार रहे अनिल कपूर को सीएम अमरीश पुरी एक दिन के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाते है। इस एक दिन में ही अनिल कपूर कई बड़ी परेशानियों को अंत करते है। इस फिल्म की तरह ही इन दिनों बिहार में स्कूली छात्राओं को एक दिन के लिए जिले का डीएम और एसपी बनाया जा रहा है। दरअसल 8 मार्च को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बिहार प्रशासन मीट योर कलेक्टर नामक कार्यक्रम चला रही है। इसके तहत सरकारी स्कूल की छात्राओं को कुछ घंटों डीएम व एसपी बनाया जा रहा है।
महिला सशक्तिकरण का है उद्देश्य
इस मुहिम का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। इसके तहत सीतामढ़ी में स्कूली छात्राएं एक दिन के लिए डीएम और एसपी की कुर्सी पर बैठीं और कार्य किया।
सीतामढ़ी की डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा ने सातवीं कक्षा की एक छात्रा को कुछ घंटों के लिए जिलाधिकारी की कुर्सी पर बिठाया और उसे जवाबदेही सौंपी। इसके बाद वे बच्चियों को लेकर एसपी कार्यालय पहुंची। जहां उन्होंने एक बच्ची को एसपी भी बनाया।
असल जिंदगी में अफसर बनने की ठानी जिद
सरकारी स्कूल की छात्रा ने एसपी बनते ही एक फरियादी की समस्या सुनी और फौरन थानाध्यक्ष को फोन कर ठीक से काम करने का निर्देश दिया। थानाध्यक्ष को रिश्वत न लेने की सलाह दी और ऐसा करने पर सस्पेंड करने की चेतावनी दी। एक दिन के कार्यक्रम में अफसर बनीं दोनों बिटया ने असल जिंदगी में अधिकारी बनने की ठान ली है। डीएम अभिलाषा कुमारी और एसपी अनिल कुमार की प्रेरणा से इन बच्चियों के हौसले को मजबूती मिली है। डीएम ने कहा कि हमारी अभिलाषा है कि ये बेटियां अागे चल कर वाकई इस पर आसीन हों।