सार

63 साल के अनिल कपूर को वर्कआउट करता देख कोई भी कह सकता है कि वे खुद को यंग और फिट रखने के लिए लॉकडाउन में खूब एक्सरसाइज कर रहे हैं। सोने-उठने के साथ-साथ वे अनुशासित डाइट भी फॉलो करते हैं। वे शुगर और जंक फ़ूड को अवॉयड करते हैं। उनका मानना है कि ज्यादातर हेल्थ इश्यूज शुगर की वजह से होते हैं और आप इसे खाना जितना कम करेंगे, आपकी हेल्थ उतनी ही बेहतर रहेगी। वे खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि वे उम्र संबंधी कॉमन बीमारियों से मुक्त हैं। 

मुंबई. 63 साल के अनिल कपूर ने 19 मई को अपनी 36वीं वेडिंग एनिवर्सरी मनाई थी। इस दौरान उन्होंने अपनी डाइट को भुलाकर जमकर केक खाया। अब उन्होंने इसे क्राइम करार दिया है और वे अपने घर के जिम में जमकर वर्कआउट कर रहे हैं। उन्होंने ट्विटर पर वीडियो शेयर कर लिखा- मैं अपने सारे एनिवर्सरी केक खाने का क्राइम एन्जॉय कर रहा हूं। अब मैं समय लगाकर अपनी सारी कैलोरीज बर्न करूंगा। वीडियो में वे जमकर साइकिलिंग करते नजर आ रहे हैं। 


लॉकडाउन में एक्सरसाइज
अनिल को वर्कआउट करता देख कोई भी कह सकता है कि वे खुद को यंग और फिट रखने के लिए लॉकडाउन में खूब एक्सरसाइज कर रहे हैं। सोने-उठने के साथ-साथ वे अनुशासित डाइट भी फॉलो करते हैं। वे शुगर और जंक फ़ूड को अवॉयड करते हैं। उनका मानना है कि ज्यादातर हेल्थ इश्यूज शुगर की वजह से होते हैं और आप इसे खाना जितना कम करेंगे, आपकी हेल्थ उतनी ही बेहतर रहेगी।


खुद को मानते है खुशकिस्मत
वे खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उम्र संबंधी कॉमन बीमारियों से मुक्त हैं। उनकी डाइट की बात करें तो वे दिन में 5 से 6 बार थोड़ा-थोड़ा करके खाना खाते हैं। इसमें सब्जियां, दाल, ओट्स, मछली, ब्रोकली, चिकन और प्रोटीन शेक्स शामिल होते हैं। अनिल रोज 2 से 3 घंटे वर्कआउट करते हैं। वे अपने नियमों और बॉडी पार्ट्स की जरूरत के हिसाब से वर्कआउट बदलते रहते हैं। हर दिन 10 से 20 मिनट तक कार्डियो करने के बाद वे फ्री वेट, पुश-अप्स, क्रंचेस, चेयर स्क्वाट जैसे टिपिकल वर्कआउट करते हैं।


खूब करते हैं साइकिलिंग
अनिल के वर्कआउट में तेजी से साइकिलिंग करना भी शामिल है। सुबह उठकर या तो वे साइकिलिंग करते हैं या फिर जॉगिंग। योग को भी उन्होंने अपने रुटीन का हिस्सा बनाया हुआ है। एक इंटरव्यू में बताया था- मेरे ट्रेनर मेरे वर्कआउट्स को लगातार बदलते रहते हैं ताकि मेरा शरीर किसी एक विशेष व्यायाम में बेहद सहज न हो पाए। लेकिन उद्देश्य कार्डियो और वेट ट्रेनिंग के बीच एक बेहतर संतुलन रखना है।