सार
फिल्म 'छपाक' तमाम विवादों के बावजूद 10 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज की जा चुकी है। रिलीज के दो दिन पहले ही सोशल मीडिया पर फिल्म को बॉयकॉट करने का अभियान चलाया गया था। मेघना गुलजार के डायरेक्शन में बनी ये फिल्म एसिड अटैक सर्वाइवर की दर्दनाक कहानी को बताती है।
फिल्म: छपाक
कलाकार: दीपिका पादुकोण, विक्रांत मेसी, अंकित बिस्ट, मधुरजीत सरघी
निर्देशक: मेघना गुलजार
मुंबई. देश में हर दिन महिलाओं को लेकर कोई ना कोई वारदात सामने आती है। आज सबसे बड़ी समस्या महिलाओं के साथ दुष्कर्म, छेड़छाड़ और उनके साथ होने वाली घरेलू हिंसा है। अगर किसी लड़की या महिला के साथ दुष्कर्म होता है तो बहुत से लोग उसी की गलती देते हैं। यहां तक कि उनके कपड़े पहनने के ढंग पर भी सवालिया निशान खड़ा किया जाता है। वो देर रात घर लौट नहीं सकती हैं, अगर किसी लड़की को लड़का ना पसंद करे तो कोई दिक्कत नहीं होती लेकिन अगर लड़की ने लड़के को इनकार कर दिया तो उसके लिए तमाम तरह की मुसीबतें तैयार रहती हैं। ऐसी ही एक कहानी को बताती है दीपिका पादुकोण की फिल्म 'छपाक'।
फिल्म 'छपाक' तमाम विवादों के बावजूद 10 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज की जा चुकी है। रिलीज के दो दिन पहले ही सोशल मीडिया पर फिल्म को बॉयकॉट करने का अभियान चलाया गया था। मेघना गुलजार के डायरेक्शन में बनी ये फिल्म एसिड अटैक सर्वाइवर की दर्दनाक कहानी को बताती है कि एसिड अटैक के बाद एक लड़की के लिए समाज में रहना कितना कठिन होता है। लोग क्या-क्या बातें करते हैं। ये फिल्म एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल से प्रेरित है। मूवी को क्रिटिक्स से काफी अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। ऐसे में वो वजहें बता रहे हैं, जिनसे इस मूवी को देखा जा सकता है।
कहानी
फिल्म 'छपाक' की कहानी रोंगटे खड़े कर देने वाली है। इसमें दीपिका पादुकोण मालती अग्रवाल की रोल प्ले कर रही हैं, जो कि एक एसिड अटैक सर्वाइवर आम लड़की होती है। एसिड अटैक के बाद लोगों का शक मालती के ब्वॉयफ्रेंड राजेश (अंकित बिष्ट) पर जाता है, लेकिन मालती का गुनहगार राजेश नहीं बल्कि उसी का जानकार बब्बू उर्फ बशीर खान और उसकी रिश्तेदार परवीन शेख है। 19 साल की मालती की मदद में आगे आती है उसके पिता की मालकिन शिराज और उनकी वकील अर्चना (मधुरजीत सरघी)। अर्चना, मालती का केस लड़ती है और उसे न्याय दिलाने के लिए मेहनत करती है। इन सभी चीजों के बीच में मालती को तमाम तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। फिल्म में दिखाए जाने की कोशिश की गई है कि एक एसिड अटैक सर्वाइवर लड़की के लिए समाज में रहना कितना कठिन हो जाता है। फिल्म की कहानी इमोशनल और दमदार है, जिसे जानने के लिए इसे देखा जा सकता है।
एक्टिंग
दीपिका पादुकोण ने बड़े पर्दे पर शादी के एक साल बाद वापसी की है। इसमें उन्होंने अपने किरदार के साथ पूरी तरह से न्याय करने की कोशिश की है। दीपिका को लेकर क्रिटिक्स का कहना है कि उन्होंने अभी तक की सबसे बेस्ट परफॉर्मेंस दी है। वहीं, अगर विक्रांत मेसी की बात की जाए तो वो भी अपने किरदार में काफी ढले हुए थे। उनका किरदार में ढलना, डायलॉग्स और लुक बहुत बढ़िया है। दीपिका के साथ उनकी जोड़ी भी अच्छी जमी है। फिल्म में विक्रांत और दीपिका के अलावा अंकित बिष्ट, मधुरजीत सरघी संग देवस दीक्षित और अन्य सपोर्टिंग एक्टर्स ने बढ़िया काम किया है। इसके अलावा असल जिंदगी की एसिड अटैक सर्वाइवर ऋतू, बाला, जीतू और कुंती, जो कि फिल्म की शीरो यानी हीरो हैं, का काम भी अच्छा है।
डायरेक्शन
फिल्म 'छपाक' का डायरेक्शन मेघना गुलजार ने किया है। वो बड़ी से बड़ी कहानी को आराम और सलीके से दर्शकों के सामने परोसना जानती हैं। 'छपाक' जैसी दर्दनाक कहानी को बहुत खूबसूरती से उन्होंने बड़े पर्दे पर उतारा है। फिल्म का डायरेक्शन बहुत ही शानदार है। ये फिल्म आपको बहुत सारी चीजें महसूस करवाती है, जिसमें डर सबसे बड़ा है। इसी के साथ ये आपकी आंखें खोलने का काम भी करती है कि कैसे एसिड अटैक जैसा घिनौना अपराध आज भी हो रहा है और कितनी लड़कियों की जिंदगी बर्बाद हो रही है।
म्यूजिक
फिल्म का म्यूजिक भी कमाल का है। इसकी सिनेमेटोग्राफी, म्यूजिक, एडिटिंग और प्रोस्थेटिक्स बेहतरीन हैं। गुलजार के लिखे लिरिक्स और अरिजीत सिंह की आवाज आपको अंदर तक कचोटती है। गानों के लिरिक्स और अरिजीत की आवाज एसिड अटैक सर्वाइवर के दर्द को महसूस करवाते है।
बता दें, दीपिका की 'छपाक' को फिल्म क्रिटिक्स की ओर से 5 में से 3.5 स्टार दिए गए हैं और इसे दर्शकों से भी शानदार रिस्पांस मिल रहा है।