सार
बॉलीवुड में नेपोटिज्म का मामला बहुत ही पुराना है। इसे मुद्दे को लेकर अक्सर सोशल मीडिया पर बहस होती रही है। कई बार तो इसी वजह से स्टारकिड्स को भी ट्रोलर्स का सामना करना पड़ता है। लोग उन्हें भी भला-बुरा कहते हैं।
मुंबई. बॉलीवुड में नेपोटिज्म का मामला बहुत ही पुराना है। इसे मुद्दे को लेकर अक्सर सोशल मीडिया पर बहस होती रही है। कई बार तो इसी वजह से स्टारकिड्स को भी ट्रोलर्स का सामना करना पड़ता है। लोग उन्हें भी भला-बुरा कहते हैं। एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बाद से नेपोटिज्म का मुद्दा काफी ट्रैंड में रहा है। लेकिन, इसके बढ़ते ट्रैंड के बीच सुपरस्टार गोविंदा की बेटी टीना आहूजा की अलग ही राय है। उनका कहना है कि 'अगर ऐसा होता तो उनके पास कई प्रोजेक्ट होते।'
नेपोटिज्म पर गोविंदा की बेटी ने तोड़ी चुप्पी
नेपोटिज्म के मुद्दे पर गोविंदा की बेटी ने चुप्पी तोड़ी है। वो खुद को नेपो किड मानने से इनकार करती हैं। उनकी नजरों में वो गोविंदा की बेटी जरूर हैं, लेकिन उन्हें सभी फिल्में अपनी काबिलियत के दम पर मिलीं, वहीं, उन्होंने कभी भी अपने पिता के जरिए किसी भी तरह का रिफरेंस भी नहीं लगवाया। इस बारे में टीना ने विस्तार से बात की है। एक इंटरव्यू में टीना ने कहा कि 'उन्होंने कभी भी अपने पिता से काम नहीं मांगा है। जिस दिन मदद चाहिए होगी, वो उनके लिए खड़े होंगे। लेकिन, उन्हें कोई भी नेपो किड नहीं कह सकता है। क्योंकि उनका मानना है कि उन्हें उनके टैलेंट पर काम मिला है।'
क्या गोविंदा ने की अपनी बेटी की मदद?
टीना की मानें तो उनके पिता गोविंदा कभी भी उनके काम में हस्तक्षेप नहीं करते हैं। उनकी तरफ से कभी भी किसी भी तरह की सिफारिश नहीं रखी जाती है। लेकिन, एक्ट्रेस ने इतना जरूर माना है कि उनका पूरा रिपोर्ट कार्ड उनके पिता के पास जाता है। वो कब, कौनसी फिल्म कर रही हैं, इसकी जानकारी गोविंदा को हमेशा रहती है। वैसे, टीना अहूजा खुद को नेपो किड इसलिए भी नहीं कहती हैं क्योंकि इस समय उनके पास फिल्म ऑफर काफी सीमित हैं। उनकी नजरों में अगर वो अपने पिता की मदद लेतीं तो शायद उनके पास भी 30 से 40 प्रोजेक्ट होते।
बहरहाल अगर टीना के वर्क फ्रंट की बात की जाए तो उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 2015 में फिल्म 'सेकेंड हैंड हसबैंड' से की थी। वो फिल्म बॉक्स ऑफिर पर बुरी तरह पिट गई थी और टीना की एक्टिंग भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई थी। टीना के किसी फ्यूचर प्रोजेक्ट को लेकर भी चर्चा नहीं हो रही है। ऐसे में अभी उन्हें बड़े पर्दे पर शायद ही देखा जाए।