सार

कंगना रनोट (Kangana Ranaut) ने अर्नब के सपोर्ट में आवाज न उठाने वाले पत्रकारों पर जमकर गुस्सा निकाला है। इसके साथ ही कंगना ने राष्ट्रवादियों का सपोर्ट करने के लिए कहा है। बता दें कि जब बीएमसी ने मुंबई में कंगना के मणिकर्णिका फिल्म्स पर बुल्डोजर चलाया था, तब अर्नब और उनके चैनल ने इस पूरी घटना को प्रमुखता के साथ दिखाया था। 
 

मुंबई। कंगना रनोट (Kangana Ranaut) ने शनिवार को अर्नब गोस्वामी के सपोर्ट में एक वीडियो जारी किया है। इसमें कंगना अर्नब के सपोर्ट में आवाज न उठाने वाले पत्रकारों पर जमकर गुस्सा निकालती दिख रही हैं। वीडियो में कंगना ने उस घटना का जिक्र भी किया जब उनका एक जर्नलिस्ट से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पंगा हो गया था। बता दें कि जब बीएमसी ने मुंबई में कंगना के मणिकर्णिका फिल्म्स पर बुल्डोजर चलाया था, तब अर्नब और उनके चैनल ने इस पूरी घटना को प्रमुखता के साथ दिखाया था। राष्ट्रवादी आवाज से डरे हुए हैं वो... 
 

वीडियो में कंगना कहती हैं- मेरी एक फिल्म आई थी जजमेंटल है क्या, उसकी प्रेस कॉन्फ्रेंस में मैंने एक जर्नलिस्ट को कहा कि तुमने मेरी फिल्म रानी लक्ष्मीबाई के बारे में बहुत गलत लिखा। बहस हुई, बहस टल गई, इवेंट अच्छे से गया लेकिन कुछ देर बाद बहुत सारे लोग इकट्ठे हो गए जो खुद को जर्नलिस्ट कहते हैं। वे हजारों की तादाद में एक गिल्ड बनाते हैं, जिसका कोई गवर्नमेंट रिकगनिशन नहीं है। इसके बाद ये अनाउंस होता है कि कंगना की फिल्म को बैन कर दिया जाए। उनको डर हो गया कि मेरी राष्ट्रवादी आवाज मजबूत नहीं होनी चाहिए, बहुत दूर तक नहीं जानी चाहिए। मेरी फिल्म आई उसके बाद वो गिल्ड डिसॉल्व हो गई। उसका कोई पता नहीं।

कंगना ने आगे कहा- अर्नब गोस्वामी कितने दिनों से जेल में है। कोई गिल्ड नहीं बनीं। कोई कुछ नहीं कह रहा है। हाईकोर्ट खुद कह रहा है कि ये गलत है लेकिन कोई कुछ नहीं कह रहा है। आप देख रहे हैं कितनी कम राष्ट्रवादी आवाजें रह गई हैं इस देश में और लॉबी कितनी स्ट्रॉन्ग है। मैं आपको अमेरिका का एक उदाहरण देती हूं।

विदेशी ताकतों ने वोटिंग सिस्टम हाइजैक कर लिया :
कंगना ने अमेरिका में चल रहे इलेक्शन का उदाहरण देते हुए कहा- ट्रम्प में कितनी बुराइयां हों मगर ये बात सच है कि वो चाइनीज वायरस को चाइनीज वायरस कहता है। इस्लामिक टेरेरिज्म को ये नहीं कहता कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। आज अगर ट्रम्प सत्ता में नहीं है तो इसका सबसे ज्यादा फायदा चीन को होने वाला है और वो देश जो आतंकवाद फैलाते हैं। आप देखो इन विदेशी ताकतों ने उनके वोटिंग सिस्टम को ही हाईजैक कर लिया है। जैसा कभी इतिहास में हुआ ही नहीं।

आपका जागना बहुत जरूरी है :
ये शक्तियां भारत को भी पूरी तरह से कंट्रोल कर रही हैं। हमारे यहां कुछ अच्छे लोग हैं, जिनके दम पर हम संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन आपका जागना बहुत जरूरी है। सोचिए जब भी कुछ खरीदते हैं कि क्या ये राष्ट्रवाद में हेल्प करेगा या नहीं। जब भी आप किसी जर्नलिस्ट को देखते हैं, बुक पढ़ते हैं तो ये सोचिए इन लोगों की आइडियोलॉजी, इनका इंटेंशन क्या है। ये शक्तियां इसी तरह से भारत को भी पूरी तरह से कंट्रोल कर रही हैं। हमारे यहां पे कुछ अच्छे लोग हैं लेकिन फिर भी आपका जागना बहुत जरूरी है। जब भी कुछ खरीदते हैं तो सोचिए कि ये राष्ट्रवाद में मदद करेगा कि नहीं। 

न्यायिक हिरासत में हैं अर्नब गोस्वामी :
बता दें कि अर्नब गोस्वामी को मुंबई के इंटीरियर डिजाइनर अन्वय और उनकी मां को कथित तौर पर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार किया गया था। वे 18 नवंबर तक ज्यूडिशियल कस्टडी में हैं। कोरोना के खतरे को देखते हुए जमानत अर्जी पर फैसले से पहले उन्हें जेल नहीं भेजा गया। पिछली 3 रातों में उन्हें अलीबाग के एक स्कूल में बने कोविड सेंटर में रखा गया था।